सोने के करवट (सौ.सोशल मीडिया)
Sleeping Direction: हर व्यक्ति को स्वस्थ रहने के लिए अच्छे खानपान और व्यायाम की आवश्यकता होती है। लेकिन इससे ज्यादा जरूरी होती है अच्छी नींद की भी। अच्छी नींद के लिए सोते समय करवट का भी ध्यान रखना जरूरी होती है। कई बार हमारे लेटने की स्थिति भी कई चीजों पर निर्भर होती है। सोते समय किस करवट लेटना है और किस दिशा की तरफ सिर करके सोना है, इन साधारण बातों पर अक्सर कोई ध्यान नहीं देता, लेकिन गलत तरीके से लेटने की वजह से लोगों को कई शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अच्छी नींद के लिए किस करवट सोना फायदेमंद होता है चलिए जान लेते हैं…
अच्छी नींद का नाता आयुर्वेद से भी होता है। यहां पर वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक दोनों दृष्टिकोण से माना गया है कि बायीं तरफ करवट लेकर सोना लाभकारी होता है। इसके साथ ही दक्षिण और पूर्व दिशा की तरफ सिर करके सोना चाहिए। इसके अलावा दक्षिण और पूर्व दिशा की तरफ सिर करके सोने से मानसिक शांति मिलती है और मस्तिष्क पर पड़ने वाला दबाव कम होता है। आयुर्वेद में बायीं तरफ करवट लेकर सोने के बहुत सारे फायदे बताए गए हैं।
रोजाना अच्छी नींद पाने के लिए आपको बायी करवट करते हुए सोना चाहिए। सोने की यह पोजिशन फायदेमंद होती है।
1- बायी करवट सोने से पाचन तंत्र को राहत मिलती है। पेट की पाचन अग्नि का ठीक से काम करना बहुत जरूरी है। अगर बायीं तरफ करवट लेकर सोते हैं तो आमाशय और आंतों दोनों पर दवाब कम होता है और रक्त का प्रवाह बना रहता है। इससे कब्ज की परेशानी और पेट संबंधी रोग कम होते हैं।
2- इसके अलाव बायी करवट आप सोते है तो गर्भवती महिलाओं के लिए सही होता है। सोने की यह पोजिशन गर्भवती महिलाओं के लिए अमृत के समान होती है।इससे शिशु तक सही मात्रा में रक्त और पोषण पहुंच पाता है, जिससे मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसके अलावा बायीं तरफ करवट करके सोने से हृदय में रक्त का संचालन सही तरीके से होता है। ऐसे करने से हृदय पर दबाव कम पड़ता है और बीपी और हृदय रोग होने की संभावना कम होती है।
ये भी पढ़ें-सिर्फ शरीर को फ्लेक्सिबल नहीं मेंटल हेल्थ में राहत देता है ये योगासन, जानिए आसन करने का तरीका
3- सर्दी-जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं के लिए बायीं करवट सोने के फायदे होते है। खांसी होने की हालत में सीधा होने से बचना चाहिए और बायीं तरफ करवट लेकर ही सोना चाहिए। इससे फेफड़ों पर दबाव नहीं पड़ता और सांस लेना भी आसान हो जाता है।
आईएएनएस के अनुसार