युद्ध के दौरान बंकरों में सैनिक कैसे रहते हैं (सौ.सोशल मीडिया)
Energy Food Items During War: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 22 अप्रैल को आतंकी हमले के बाद आज भारत ने हिन्दू नरसंहार का बदला ले लिया।’ऑपरेशन सिंदूर’से हुआ शहीदों का तिलक। अब भारत के खिलाफ युद्ध की आशंका बढ़ी।
आपको बता दें, युद्ध का मैदान एक ऐसा स्थान है जहाँ लड़ाई होती है। यह एक भूभाग या क्षेत्र होता है जहाँ सैनिक आपस में लड़ते हैं। युद्ध के मैदान का अर्थ केवल एक जगह से भी अधिक है, यह एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक भी है।
युद्ध के दौरान कई दिनों तक सेना बंकरों में छिपकर युद्ध करती है। ऐसे मुश्किल समय में खुद को हमलों से बचाने के अलावा फिट और एनर्जेटिक रखना भी बड़ी चुनौती होती है। सेना अपने शरीर को मजबूत बनाए रखने के लिए कुछ खास चीजों का सेवन करते हैं, जिससे उनके अंदर भरपूर ताकत बनी रहे। आइए जानते है इस बारे में।
डिब्बेबंद खाने पर निर्भर
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, बंकरों में बंद रहकर सेना डिब्बेबंद खाने पर निर्भर रहती है। उस डिब्बे में ज्यादातक सूखा राशन होता है। कई बार सूखा अनाज और मांस भी शामिल होता है। इसको खाकर सेना खुद को एनर्जेटिक रखती है। इसके अलावा सेना के जवान चाय-कॉफी की मदद से खुद को ऊर्जावान बनाते है।
मेंटल हेल्थ का मजबूत होना
आपको बता दें, सिर्फ पेट का मजबूत होना ही किसी युद्ध में आपको विजय नहीं दिला सकता, इसके लिए आपको मानसिक तौर पर भी मजबूत होना भी बेहद जरूरी है। मानसिक तौर पर मजबूत होने के लिए सैनिक अपने साथियों से बात करते हैं, एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते है।
इसके अलावा, वे किताबें पढ़ते हैं या कोई ऐसा काम करते हैं जिससे उनका मन लगा रहे। कई बार उन्हें गाने सुनने या फिल्में देखने की भी सुविधा मिलती है, जिससे उनका ध्यान मुश्किलों से हट सके।
नींद और आराम भी है जरूरी
एक्सपर्ट्स बताते है कि बंकरों में छिपकर युद्ध करने का मतलब सिर्फ ये नहीं कि आप हर समय बंदूक ताने रहें। शरीर युद्ध करते करते थक जाता है। ऐसे में सैनिक अपने शारीरिक बल को और मजबूत करने के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेते है।
इसके अलावा, सैनिक खुद को फिट रखने की कोशिश करते है। वे बंकर के अंदर ही छोटी-मोटी एक्सरसाइज करते है। जैसे पुश-अप्स, सिट-अप्स और स्ट्रेचिंग। इससे उनके शरीर में खून का दौरा बना रहता है और वे थका हुआ महसूस नहीं करते ।
पानी पीते रहना
खाने-पीने की चीजों के अलावा सेना को ऊर्जा देने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहता काफी मददगार साबित होता है। पानी पीने से सेना के अंदर हाइड्रेशन रहता है, जिसकी मदद से अंदर शरीर में ऊर्जा बनी रहती है।
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चॉक्लेट्स का इस्तेमाल
कई बार जब सेना लंबे समय के लिए स्टाइक पर जाती है, जहां पर खाना के डिब्बे ले जाना मुमकिन नहीं हो पाता, ऐसी जगहों पर सेना ड्राईफ्रूट्स और चॉक्लेट्स का सहारा यानी खाते है। ड्राईफ्रूट्स जैसे काजू, बादाम, किशमिश इंस्टेंट एनर्जी देते है। वहीं चॉक्लेट में मौजूद मीठापन शरीर के ग्लूकोज लेवल को बढ़ाकर ऊर्जा देता है।