गठिया रोग की बीमारी (सौ.सोशल मीडिया)
World Arthritis Day 2024: गठिया यानि आर्थराइटिस की बीमारी, अब आम बीमारी बनकर रह गई हैं जिसके मामले पहले बुजुर्ग लोगों में ही नजर आते थे अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार होते जा रहे है। इस बीमारी में अक्सर पीड़ित के हाथ-पैरों और जोड़ों में दर्द नजर आता है। कभी -कभी दर्द इतना असहनीय होता हैं कि, इसके चलते कोई भी काम आसानी से नहीं कर पाते है। गठिया की बीमारी को ठीक करने के लिए दवाईयों के अलावा सर्जरी का तरीका बेस्ट होता है लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसके निजात के नॉन सर्जिकल तरीके भी बताते है, चलिए इनके बारे में
यहां पर सी के बिरला अस्पताल के आर्थोपेडिक्स डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉक्टर अश्वनी माईचंद ने आर्थराइटिस को लेकर गैर सर्जिकल के तरीके बताए हैं इसके अनुसार सर्जरी की जरूरत तब पड़ती हैं जब दवाईयों से गठिया को कंट्रोल नहीं कर पाते है। इसके लिए नॉन सर्जिकल तरीके अपनाना ही जरूरी होता हैं। इस दौरान कई बातों का ध्यान भी रखना जरूरी होता है।
1- दवाईयों का नियमित करें सेवन
यहां पर आप दवाईयों के जरिए गठिया को कंट्रोल कर सकते हैं इसके लिए आप दर्दनिवारक दवाईयों में एसिटामिनोफेन जैसी ओवर-द-काउंटर मिलने वाली पैनकिलर दवाएं और आईबुप्रोफेन जैसी नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाईयों का सेवन जरूर करे। यह दवाईयां जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में काफी मदद करती है। वहीं रूमेटाइड आर्थराइटिस के इलाज के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स जैसी दवाईयों का सेवन करना चाहिए।
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2-फिजिकल थेरेपी
दवाईयों के अलावा आप फिजिकल थेरेपी का तरीका भी अपना सकते है यह काफी मददगार होता है। इसके लिए आप फिजिकल थेरेपिस्ट के जरिए जोड़ोें के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करने, उसमें फ्लैक्सिबिटी बढ़ाने और स्टिफनेस को कम करने के लिए थेरेपी दे सकते है। इस तरह से यह दवाईयां एक्सरसाइज और मूवमेंट्स को दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। इसके लिए आप वॉटर बेस्ड एक्सरसाइज गठिया जैसी बीमारी के मरीजों के लिए काफी मददगार होते है।
3- लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी
यहां पर अगर आप बिना दवाईयों के गठिया जैसी बीमारी से निजात पाना चाहते हैं तो अपनी लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव कर सकते है। इसके अलावा वजन को नियंत्रित करते हुए आप इस समस्या से राहत पा सकते है। खासकर घुटनों और कूल्हों पर तनाव को कम करने के लिए वजन को कम करना बेहद जरूरी हो जाता है. इसके लिए नियमित तौर से एक्सरसाइज, संतुलित और हेल्दी आहार लेना जरूरी है।