नायब सैनी (फोटो- सोशल मीडिया)
चंडीगढ़ः हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब किसानों का फसली कर्ज का ब्याज नहीं देना होगा। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं कि किसानों से ब्याज न वसूला जाए। इसे पहले 19 अप्रैल को सरकार ने ब्याज दर 3% तक बढ़ा दी थी, 4 प्रतिशत ब्याज की जगह बढ़ाकर 7 प्रतिशत कर दिया था। इसके बाद किसानों में नाराजगी थी। अब सरकार ने ब्याज ही माफ कर दिया है।
किसानों के कर्ज पर ब्याज बढ़ाने के फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सवाल उठाया था। इसके बाद सरकार ने फैसला वापिस लिया था। इसे लेकर कोऑपरेटिव बैंक के जनरल मैनेजर की ओर से अब एक आदेश भी जारी कर दिया गया है, जिसमें कहा गया है कि लोन पर किसी तरह का ब्याज नहीं लिया जाएगा।
सरकार ने 19 अप्रैल को क्या आदेश दिया था
दरअसल हरियाणा कोऑपरेटिव बैंक मुख्यालय ने 19 अप्रैल 2025 को एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया कि जिन भी लोगों ने बैंक से कर्जा लिया है, उनसे 7% ब्याज वसूल किया जाएगा। इस आदेश के तुरंत बाद ही इसका विरोध होने लगा। इस फैसले को लेकर भूपेंद्र हुड्डा ने नायब सैनी सरकार को घेरते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने दावा किया था कि फसली लोन पर 4 प्रतिशत से ज्यादा ब्याज नहीं लेंगे, लेकिन अब फसली लोन पर 7 प्रतिशत ब्याज लगा दिया। उन्होंने कहा कि किसान कर्ज के बोझ के नीचे दब जाएगा। हुड्डा ने सरकार फैसला तुरंत वापिस लेने की मांग की थी।
सरकार ने आदेश बदलकर क्या कहा?
सरकारी आदेश के विरोध के बाद नया आदेश जारी किया गया। इसमें कहा गया कि अब सभी एमपैक्स प्रबंधक और सभी शाखा प्रबंधक एमपैक्स के किसी भी कर्जाई सदस्य से ब्याज नहीं लेंगे। अगर किसी से ब्याज वसूला है तो उसे वापस लौटाया जाए। नए आदेश में बैंक महाप्रबंधक की ओर से हिदायत दी गई है कि आगामी आदेश तक पहले की तरह ही बगैर ब्याज के रिकवरी करें। इन आदेशों को तुरंत प्रभाव ये लागू करना सुनिश्चित करें।