इजराइली राजदूत से मिले सीएम सैनी (फोटो- सोशल मीडिया)
Chandigarh: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में घोषणा की कि हरियाणा राज्य इजराइल के साथ कई जरूरी क्षेत्रों में मिलकर काम करेगा। इनमें अनुसंधान, स्वास्थ्य सेवाएं, खेती की नई तकनीक, आधुनिक सिंचाई प्रणाली, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और गंदे पानी को साफ कर फिर से उपयोग करना।
यह घोषणा उस समय हुई जब भारत में इजराइल के राजदूत रूवेन अजार ने चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने साथ काम करने के नए तरीकों पर चर्चा की और इस बात पर जोर दिया कि नई तकनीकें अपनाकर विकास को और टिकाऊ बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि हिसार में जो विमानन केंद्र चल रहा है, उसे और बड़ा करने की योजना है। इससे वह अंतरराष्ट्रीय सहयोग और आर्थिक विकास का केंद्र बन सकता है। इसके अलावा बैठक में एक खास सुझाव आया कि हरियाणा में एक “उत्कृष्टता केंद्र” (Centre of Excellence) बनाया जाए, जहाँ इन अहम क्षेत्रों में नई तकनीकों और नवाचार को बढ़ावा दिया जाए।
इस दौरान हरियाणा के युवाओं को विदेशों में रोजगार देने के बारे में भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल राज्य के 180 से ज्यादा युवा इजराइल में काम कर रहे हैं। इजराइल की स्वास्थ्य सेवाओं में और नर्सों की जरूरत है, इसलिए हरियाणा और युवाओं को वहां काम के लिए भेजने का इच्छुक है।
एक और महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह था कि हरियाणा में एक वैश्विक AI केंद्र बनाया जाए। यहाँ युवाओं को AI की नई तकनीकों की ट्रेनिंग मिलेगी, स्टार्टअप्स को मदद मिलेगी और तकनीकी विकास को बढ़ावा मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि AI भविष्य के लिए बहुत ज़रूरी है और इस क्षेत्र में इज़राइल का अनुभव काफी मददगार रहेगा।
खेती में इजराइली तकनीक जैसे आधुनिक सिंचाई और जल पुनर्चक्रण (Recycling) से खेती को ज्यादा उन्नत और टिकाऊ बनाया जा सकता है। गंदे पानी के दोबारा इस्तेमाल पर भी दोनों पक्ष मिलकर काम करने को तैयार हैं।
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उन्होंने यह स्पष्ट किया कि हरियाणा मजबूत अंतर्राष्ट्रीय साझेदारियाँ विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस दिशा में विदेश सहयोग विभाग एक अहम भूमिका निभा रहा है। यह विभाग वैश्विक बाजारों और अवसरों का भरपूर लाभ उठाते हुए विदेशों में रोजगार सुनिश्चित करने तथा राज्य की निर्यात क्षमता को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है।