
बुलेट और थार।
Controversial Statement of Haryana DGP: हरियाणा के नए डीजीपी ओपी सिंह द्वारा बुलेट और थार पर दिए गए बयान पर पूरे देश में चर्चा हो रही। बुलेट और थार चलाने वालों में उनके बयान पर उबाल भी है। ओपी सिंह ने कहा है कि आजकल अपराधी और युवा जैसे गाड़ियां चलाते हैं, वह उनकी सोच को दिखाती है। जिसके पास भी थार है, उसका दिमाग जरूर खराब है। थार मालिक स्टंट करते हैं और ये स्टंट दूसरों के लिए खतरनाक होते हैं।
हरियाणा के डीजीपी ने यह भी कहा कि आज थार सिर्फ एक गाड़ी नहीं, बल्कि एक स्टेटमेंट बन गई है। 1992 बैच के आईपीएस ओपी सिंह अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। मूलरूप से बिहार के रहने वाले ओपी इस बयान के लिए पूरे देश भर की सुर्खियों में आ गए हैं।
डीजीपी ओपी का कहना है कि जिनके पास थार या बुलेट है, वे यह दिखाना चाहते हैं कि वे अलग हैं या दबंग हैं। हमारे एसीपी के एक बेटे ने भी एक थार से एक आदमी को कुचल दिया था। अब हम उन पुलिस अधिकारियों की लिस्ट बनाएंगे, जिनके पास थार है। दरअसल, जिसके पास भी थार है, उसका दिमाग जरूर खराब है। पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब ऐसे बर्ताव करने पर रोक लगाने का समय आ चुका है। जिनके पास थार है, वे सोचते हैं कि वे सड़क पर जो चाहें कर सकते हैं। मगर, अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वे दूसरों पर दादागिरी करके कैसे बच सकते हैं? ये अब तो मुमकिन नहीं हो सकता।
डीजीपी ओपी ने कहा कि थार और बुलेट युवाओं और अपराधियों के बीच स्टेटस सिंबल हैं। यह सोच समाज के लिए खतरनाक है, क्योंकि यह अपराध और लापरवाही से गाड़ी चलाने को बढ़ावा दे रही है। जो भी इन गाड़ियों का गलत इस्तेमाल करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी के बयान पर सोशल मीडिया पर बवाल मचा है। कुछ लोग उनके इस विचार का समर्थन कर रहे तो कुछ इसे क्लासिस्ट और पक्षपातपूर्ण।
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डीजीपी का कहना है कि उनका मकसद किसी खास गाड़ी या व्यक्ति को टारगेट करना नहीं, बल्कि जिम्मेदारी से गाड़ी चलाने के बारे में जागरुकता फैलाना है। ओपी सिंह दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के रिश्ते में जीजा है। वह हरियाणा में कई अहम पदों पर रह चुके हैं।






