फोटो सोर्स - सोशल मीडिया
जामनगर : भारतीय वायुसेना (IAF) के जगुआर लड़ाकू विमान के गुजरात के जामनगर एयरफील्ड से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद क्रैश हो जाने की घटना सामने आई। इस हादसे में एक पायलट की मृत्यु हो गई, जबकि दूसरा पायलट गंभीर रूप से घायल हो गया। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की है कि घायल पायलट अब खतरे से बाहर है और उसके पैर में फ्रैक्चर हुआ है।
गुरु गोविंद सिंह सरकारी अस्पताल (GG अस्पताल) के अधीक्षक डॉ. दीपक तिवारी ने जानकारी दी कि घायल पायलट का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर है। उन्होंने कहा, “पायलट को ट्रॉमा सेंटर में लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसके पैर में फ्रैक्चर की पुष्टि की। फिलहाल, वह खतरे से बाहर है और उसका इलाज जारी है।”
भारतीय वायुसेना ने अपने मीडिया कोऑर्डिनेशन सेंटर के माध्यम से एक आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें बताया गया कि विमान में तकनीकी खराबी आने के कारण दोनों पायलटों को इजेक्ट करना पड़ा। हालांकि, दुर्घटना में एक पायलट की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा अस्पताल में भर्ती है।
IAF ने अपने बयान में कहा, “जामनगर एयरफील्ड से रात के समय उड़ान भरने वाले जगुआर लड़ाकू विमान में तकनीकी खराबी आ गई थी। पायलटों ने एयरफील्ड और आसपास की आबादी को बचाने के लिए इजेक्ट करने का फैसला किया। दुर्भाग्यवश, एक पायलट की जान चली गई, जबकि दूसरा इलाजरत है।”
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वायुसेना ने शहीद पायलट के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा, “भारतीय वायुसेना इस दुखद क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करती है और शहीद पायलट के परिवार के साथ खड़ी है।” IAF ने इस दुर्घटना के कारणों की गहराई से जांच करने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी (जांच समिति) गठित करने के आदेश दे दिए हैं। इस जांच के तहत यह पता लगाया जाएगा कि तकनीकी खराबी कैसे हुई और क्या इसे रोका जा सकता था।