गुजरात ट्रैफिक पुलिस के पोस्टर पर महासंग्राम, फोटो: सोशल मीडिया
Gujarat Traffic Police: अहमदाबाद में ट्रैफिक पुलिस की ओर से कथित तौर पर लगाए गए पोस्टर्स पर विवाद बढ़ गया है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। इन पोस्टर्स में अपील की गई है कि दुष्कर्म से बचने के लिए घर पर ही रहें। ये पोस्टर्स अहमदाबाद में कई जगह पर लगे दिखे थे। विवाद बढ़ने पर इन सभी पोस्टर को हटा लिया गया है।
इन पोस्टरों को कथित तौर पर ट्रैफिक पुलिस की ओर से प्रायोजित बताया गया था, हालांकि बाद में पुलिस ने इससे पल्ला झाड़ लिया और कहा कि ये पोस्टर उनकी जानकारी और अनुमति के बिना लगाए गए थे।
शहर के सोला और चंडलोडिया क्षेत्रों में नजर आए इन पोस्टरों में लिखा गया था “देर रात पार्टियों में शामिल न हों, आपके साथ दुष्कर्म या सामूहिक दुष्कर्म हो सकता है” और “अपने दोस्तों के साथ सुनसान जगहों पर न जाएं, अन्यथा कुछ भी हो सकता है।” इन संदेशों के सामने आने के बाद सामाजिक और राजनीतिक विरोध शुरू हो गया। इसे महिला सुरक्षा के नाम पर दोष महिलाओं पर डालने की कोशिश बताया जा रहा है।
गुजरात आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला। आप ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार महिला सशक्तिकरण की बात तो करती है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। पार्टी ने दावा किया कि पिछले तीन वर्षों में गुजरात में दुष्कर्म की 6,500 से ज्यादा घटनाएं दर्ज की गई हैं। उन्होंने पूछा “क्या राज्य की महिलाओं को रात में घर से बाहर निकलने का अधिकार नहीं है?”
જે ગૃહ વિભાગ અને પોલીસ રાજ્યના મુખ્યમંત્રી શ્રી @Bhupendrapbjp ના હસ્તક છે તે વિભાગ ને પોલીસ ની મંજૂરીથી જાહેર માં બોર્ડ મારી ગુજરાતની બેન દીકરીઓનું અપમાન કરી , ગુજરાતમાં બેન દીકરીઓ સલામત નથી તેવી પોતાની નિષ્ફળતાઓ સ્વીકારી રહ્યા છે.શરમ જનક છે.
જે ગુજરાતનું આપડે ગૌરવ લેતા કે દીકરી… pic.twitter.com/pjl66YZSfD— Amit Chavda (@AmitChavdaINC) August 2, 2025
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मामले में पुलिस उपायुक्त यातायात पश्चिम नीता देसाई ने स्पष्ट किया कि ये पोस्टर ट्रैफिक पुलिस की स्वीकृति से नहीं लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि “सतर्कता समूह” नामक एक NGO ने बिना अनुमति के ये संदेश चिपकाए। गुजरात पुलिस के मुताबिक, NGO ने स्कूलों और कॉलेजों में यातायात जागरूकता अभियान चलाने की बात कही थी, लेकिन उन्होंने जिन पोस्टरों की अनुमति मांगी थी, वे अलग थे। जैसे ही विवादित पोस्टर सामने आए, उन्हें तुरंत हटा लिया गया।