
स्पीकर को इस्तीफा सौंपते हुए जेठाभाई भारवाड़ (सोर्स- सोशल मीडिया)
Jethabhai Ahir Bharwad Resignation: पीएम मोदी के गृह राज्य गुजरात की सियासी गलियारों से एक बड़ी ख़बर सामने आई है। जहां विधानसभा के उपाध्यक्ष जेठाभाई अहीर भारवाड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिसके बाद सूबे में सियासी हलचल बढ़ गई है। जानकारी के मुताबिक, भरवाड़ ने नाफेड समेत विभिन्न सहकारी संस्थाओं के कार्यों में समय देने और अपने अन्य दायित्वों को निभाने के कारण यह निर्णय लिया है।
आपको बता दें कि मध्य गुजरात में जेठाभाई अहीर भारवाड़ एक प्रमुख सहकारी नेता के रूप में जाने जाते हैं और सहकारी क्षेत्र में उनका विशेष दबदबा रहा है। भरवाड़ अब्दासा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। कहा जा रहा है कि उन्होंने यह इस्तीफा अपने सहकारी कार्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और क्षेत्र में प्रभाव बनाए रखने के उद्देश्य से दिया है।
गुजरात के सीएम भूपेंद्रभाई पटेल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष जगदीशभाई विश्वकर्मा और संगठन मंत्री रत्नाकरजी की उपस्थिति में जेठा भरवाड़ ने गुजरात विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर पहुंचकर अपना इस्तीफा सौंपा। राज्य विधानसभा अध्यक्ष शंकरभाई चौधरी ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। जिसके चलते विधानसभा के उपाध्यक्ष का पद फिलहाल रिक्त हो गया है।
दूसरी तरफ जेठाभाई अहीर भारवाड़ का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब गुजरात बीजेपी में संगठनात्मक स्तर पर कई बदलाव और नई जिम्मेदारियां बांटी जा रही हैं। सियासी गलियारों में चर्चा तो यह भी है कि डिप्टी स्पीकर जेठा अहिर भरवाड़ को इन बदलावों से असंतुष्ट हैं। इसी वजह से उन्होंने अचानक इस्तीफा दे दिया है।
इसके अलावा एक चर्चा यह भी है कि जेठाभाई अहीर भारवाड़ से इस्तीफा इस वजह से दिलवाया गया है, जिससे किसी और नेता को यह पद सौंपा जा सके। डिप्टी स्पीकर के अचानक इस्तीफे से राज्य में राजनैतिक हलचल जरूर बढ़ गई है। सवाल यह भी उठ रहा है कि गुजरात में क्या कुछ चल रहा है?
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हालांकि, इस फैसले की पीछे की असली वजह क्या है? इसका ठीक-ठीक बयान कर पाना मुश्किल है। फिलहाल सियासत में कुछ भी अधिक समय तक छुपकर नहीं रह सकता। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि आगे चलकर इस्तीफे का क्या कुछ कारण सामने आता है।






