Earthquake
अहमदाबाद: गुजरात के कच्छ जिले में आज यानी रविवार 3 नवंबर को तड़के 3.4 तीव्रता का भूकंप आया है। इस बाबत भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान (ISR) ने जानकारी देते हुए बताया कि इस भूकंप से जिले में जान-माल के किसी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं है। गांधीनगर स्थित ISR ने बताया कि भूकंप के झटके तड़के तीन बजकर 58 मिनट पर महसूस किए गए और इसका केंद्र लखपत से 53 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था।
वहीं बीते 17 अक्टुबर को भी गुजरात के कच्छ जिले में भूकंप के तेज झटके महसूस हुए थे। तब यह भूकंप बीते गुरुवार सुबह करीब 3 बजकर 54 मिनट पर आया था। इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4 बताई गई थी। वहीं इसका केंद्र बिंदु कच्छ के खावडा से करीब 47 किलोमीटर उत्तर पूर्व में था।
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इसी तरह बीते 23 सितंबर को भी गुजरात के कच्छ जिले में 3.3 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस हुए थे। तब गांधीनगर स्थित ISR ने कहा था कि भूकंप सुबह 10 बजकर पांच मिनट पर दर्ज हुआ था और इसका केंद्र रापर के 12 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में था।
जानकारी दें कि, गुजरात में भूकंप का खतरा बहुत अधिक रहता है। गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (GSDMA) द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के अनुसार पिछले 200 वर्ष में राज्य में नौ बार भीषण भूकंप आए हैं। वहीं ISR के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले 27 अक्टूबर को राज्य के सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली जिले में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया था।
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इस बाबत GSDMA के अनुसार 2001 में कच्छ में आया भूकंप पिछली दो शताब्दियों में भारत में आया तीसरा सबसे बड़ा तथा दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था। गुजरात में 26 जनवरी 2001 को 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था जिसका केंद्र कच्छ के भचाउ के पास था और इससे पूरा राज्य प्रभावित हुआ था। जीएसडीएमए के आंकड़ों के अनुसार, इस भूकंप से करीब 13,800 लोग मारे गए थे और 1.67 लाख लोग घायल हुए थे।
बता दें कि, हमारी पृथ्वी की चार प्रमुख परतें हैं, जिसे इनर कोर, आउटर कोर, मेंटल और क्रस्ट कहते हैं। वहीं पृथ्वी के नीचे मौजूद प्लेट्स हमेशा घूमती रहती हैं, जिसके आपस में टकराने पर पृथ्वी की सतह के नीचे कंपन शुरू होता है। लेकिन जब ये प्लेट्स अपनी जगह से खिसकती हैं तो तब धरती पर भूकंप के झटके महसूस होते हैं।