पिता की मेहनत को सुनील शेट्टी ने दी थी श्रद्धांजलि
Suniel Shetty Tribute: बॉलीवुड के मशहूर एक्टर सुनील शेट्टी सिर्फ अपने एक्शन और दमदार किरदारों के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी विनम्रता और संघर्ष की कहानी के लिए भी जाने जाते हैं। 11 अगस्त 1961 को कर्नाटक के मैंगलोर जिले के मुल्की में जन्मे सुनील का बचपन साधारण था। उनके पिता वीरप्पा शेट्टी रोज़ी-रोटी के लिए मुंबई आए और जुहू के एक छोटे होटल में वेटर का काम करने लगे। टेबल साफ करना, प्लेटें धोना और ग्राहकों को खाना परोसना, यह सब उन्होंने अपने परिवार को बेहतर भविष्य देने के लिए किया।
सुनील बचपन से ही पिता के संघर्ष को देखते हुए बड़े सपनों के साथ पले-बढ़े। किस्मत ने करवट ली जब उन्होंने 1992 में फिल्म बलवान से बॉलीवुड में कदम रखा। इसके बाद वक्त हमारा है, मोहरा, गोपी किशन, बॉर्डर, धड़कन और हेरा फेरी जैसी फिल्मों ने उन्हें एक स्थापित स्टार बना दिया। मोहरा और गोपी किशन के डबल रोल ने उनकी लोकप्रियता को और बढ़ाया, जबकि धड़कन में निभाए गए ग्रे शेड वाले किरदार के लिए उन्हें फिल्मफेयर बेस्ट विलेन अवॉर्ड मिला।
अभिनय के अलावा सुनील ने खुद को विलेन, कॉमिक और कैरेक्टर रोल में भी सिद्ध किया। मैं हूं ना में आतंकवादी राघवन और हेरा फेरी में हास्य भूमिका, दोनों में ही उनकी परफॉर्मेंस को खूब सराहा गया। हिंदी के अलावा उन्होंने मलयालम, तमिल, कन्नड़, तेलुगु और मराठी फिल्मों में भी काम किया। फिल्मी सफर के साथ सुनील शेट्टी एक सफल निर्माता और बिजनेसमैन भी बने।
सुनील शेट्टी ने रक्त, खेल, भागम भाग जैसी फिल्मों का निर्माण किया और वेब सीरीज में भी अपना जलवा दिखाया। 2022 की धारावी बैंक और 2023 की हंटर में उनके किरदारों को खासा पसंद किया गया। सुनील की जिंदगी का सबसे भावुक पल तब आया, जब उन्होंने उसी होटल की बिल्डिंग खरीदी, जहां कभी उनके पिता प्लेटें धोते थे।
साल 2013 में इस जगह पर अपने डेकोरेशन शोरूम का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ एक बिल्डिंग नहीं, मेरे पिता की मेहनत और सपनों की पहचान है। 25 दिसंबर 1991 को उन्होंने माना शेट्टी से शादी की। उनके दो बच्चे हैं, अथिया शेट्टी, जिन्होंने बॉलीवुड में डेब्यू किया, और अहान शेट्टी, जो फिल्मी सफर की शुरुआत कर चुके हैं।