
सोनू निगम का सतरंगी रे टूर
Sonu Nigam Satrangi Re Tour: सोनू निगम इन दिनों अपने सात शहरों के टूर ‘सतरंगी रे’ की तैयारी में व्यस्त हैं। बुकमायशो पर इस कॉन्सर्ट के टिकट उपलब्ध है और यह टूर मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, शिलांग और दिल्ली-एनसीआर में आयोजित किया जाएगा। आज मुंबई में अपने कॉन्सर्ट में दर्शकों का जमकर मनोरंजन करेंगे। वे मानते हैं कि आज की पीढ़ी के गायकबेहद प्रतिभाशाली हैं।
सोनू ने बताया कि आज के सिंगर्स में गजब का टैलेंट है। जो लोग फेमस हैं, वे भी शानदार हैं और जो अभी पहचाने नहीं गए, वे भी बहुत अच्छे हैं। संगीत के लिए यह बहुत अच्छा समय है। 52 वर्षीय सिंगर ने हमेशा मौलिक संगीत पर जोर दिया है, न कि रीमिक्स ट्रेंडपर। हालांकि वे कहते हैं कि अगर पुराने गीतों को ‘सम्मान और क्लास’ के साथ दोबारा बनायाजाए तो यह एक अच्छी बात है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि मेरा गाना बिजुरिया (1999) 26 साल बाद फिर से ट्रेंड कर रहा है। जब रीक्रिएशन सही तरीके से किया जाए, तो यह नई पीढ़ी कोअच्छे संगीत से जोड़ता है।
अपनी कमजोरियों और दर्शकों की आलोचना को लेकर सोनू कहते हैं कि मुझे अपनी कमियां पता हैं। हर किसी को अपने सुधार के क्षेत्र पता होने चाहिए। मैं लगातार खुद पर काम करता हूं। मैं यह नहीं मानता कि मैं सबसे अच्छा हूं, मैं बस सीखता रहता हूं। स्टेज पर परफॉर्म करते हुए इतने सालों बाद भी सोनू के अंदर एक हल्का तनाव बना रहता है। वे कहते हैं कि कंसर्ट से पहले घबराहट होती है, और वही मुझे सतर्क रखती है। कलाकार कभी भी दर्शकों या अपने कला को हल्के मेंनहीं ले सकता।
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अपने करियर के सफर पर बात करते हुए सोनू निगम याद करते हैं कि मेरी सफलता धीरे-धीरे आई। पहला मौका मुझे गुलशन कुमार जी ने 19 साल की उम्र में दिया। फिर ‘सा रे गा मा’ (1995) ने मेरा जीवन बदल दिया। उस शो ने मुझे लोगों के घर-घर तक पहुंचाया और एक प्लेबैक सिंगर से आगे पहचान दी। तीन दशकों से भारतीय संगीत जगत का अहम हिस्सा रहे सोनू निगम ने ‘ये दिलदीवाना’, ‘सूरज हुआ मद्धम’, ‘कल हो ना हो’ जैसे कई सदाबहार गीत दिए हैं।






