प्रभास ने ठुकराए करोड़ों के विज्ञापन
Prabhas Birthday Special Story: भारतीय सिनेमा के सबसे बड़े सितारों में से एक प्रभास ने न केवल अपनी फिल्मों से, बल्कि अपनी सादगी, अनुशासन और समर्पण से भी दर्शकों का दिल जीता है। 23 अक्टूबर 1979 को जन्मे प्रभास ने तेलुगु सिनेमा से अपने करियर की शुरुआत की और ‘वरशम’, ‘छत्रपति’, ‘मिर्ची’ जैसी फिल्मों से लोकप्रियता हासिल की। लेकिन उन्हें असली अंतरराष्ट्रीय पहचान एस.एस. राजामौली की ‘बाहुबली’ सीरीज ने दिलाई।
पर्दे पर विशालकाय और निर्भीक किरदार निभाने वाले प्रभास असल जीवन में बेहद शर्मीले और शांत स्वभाव के हैं। उन्हें लोग ‘रिबेल स्टार’ भी कहते हैं। प्रभास भारतीय सिनेमा के सबसे अधिक कमाई करने वाले अभिनेताओं में गिने जाते हैं। उनके करियर में सात फिल्मफेयर नामांकन, एक नंदी पुरस्कार और सिम्मा पुरस्कार भी शामिल हैं।
लेकिन प्रभास की असली महानता उनकी त्याग में छिपी है। 2013 में जब राजामौली ने उन्हें अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘बाहुबली: द बिगनिंग’ के लिए चुना, तो प्रभास ने बिना किसी हिचकिचाहट के इस चुनौती को स्वीकार किया। फिल्म की शूटिंग कम से कम पांच साल तक चलेगी और इस दौरान उन्हें किसी अन्य फिल्म में काम नहीं करना था। प्रभास ने पूरी तरह से इस चुनौती को अपनाया और अपने करियर के व्यस्त समय में भी केवल ‘बाहुबली’ पर ध्यान केंद्रित किया।
इस दौरान उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स से कई विज्ञापन करने के प्रस्ताव मिले, जिनकी कीमत 8 से 10 करोड़ रुपए तक थी। लेकिन प्रभास ने सभी प्रस्ताव ठुकरा दिए। उनका मानना था कि इससे उनकी फिटनेस, लुक और निर्देशक के विजन पर असर पड़ सकता है। जब शूटिंग पूरी हुई, तो राजामौली ने उनके इस अद्वितीय त्याग का सम्मान करने के लिए 10 करोड़ रुपए का चेक उन्हें सौंपा।
प्रभास ने इसे लेने से मना कर दिया और कहा कि उनके लिए यह फिल्म पैसे के लिए नहीं, बल्कि अनुभव और निर्देशक के विश्वास के लिए थी। यह कहानी दर्शाती है कि प्रभास केवल एक बड़े स्टार नहीं हैं, बल्कि एक सच्चे कलाकार हैं, जिन्होंने फिल्मी दुनिया की दौलत और चमक से ऊपर उठकर अपनी कला और समर्पण को प्राथमिकता दी।