
गुलशन देवैया ने शेयर किया संघर्ष की कहानी
Gulshan Devaiah Struggle Story: बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाने वाले अभिनेता गुलशन देवैया ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अपने संघर्ष, इंस्पिरेशन और फिल्म इंडस्ट्री के अंदरूनी सच पर खुलकर बात की। बिना किसी गॉडफादर और बड़े परिवारिक नाम के इंडस्ट्री में जगह बनाना आसान नहीं होता, लेकिन गुलशन की कहानी इस बात का सबूत है कि मेहनत और दृढ़ता से कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।
गुलशन ने कहा कि उनके करियर में सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत अभिनेता मनोज बाजपेयी रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेरे लिए मनोज बाजपेयी रियल हीरो हैं। उन्हें देखकर विश्वास हुआ कि सिर्फ दिखावा या एक्शन-डांस ही नहीं, बल्कि असली अभिनय और मेहनत से भी सफलता मिल सकती है। एक समय ऐसा था जब मुझे लगता था कि इंडस्ट्री में फिट होने के लिए एक खास तरह का हीरो होना जरूरी है। लेकिन मनोज सर को देखकर मेरी सोच पूरी तरह बदल गई।
गुलशन के मुताबिक मनोज बाजपेयी ने अपने करियर में जिस तरह विविध और चुनौतीपूर्ण रोल निभाए, उससे उन्हें भी उम्मीद मिली कि असली टैलेंट कभी अनदेखा नहीं रहता। गुलशन देवैया का मानना है कि उन्होंने बॉलीवुड में अपनी जगह अपने दम पर बनाई है। उनका कहना है कि इंडस्ट्री में इंसाइडर बनाम आउटर की बहस बेरोजगारी बढ़ाती है, आत्मविश्वास नहीं।
उन्होंने कहा कि कई लोग दूसरों की सुविधाओं पर ध्यान देते रहते हैं। लेकिन यह सब बकवास है। शिकायत करने से कुछ नहीं होगा। मेहनत कीजिए और अपने काम पर ध्यान दीजिए, यही सफलता का असली रास्ता है। नेपोटिज्म पर बोलते हुए गुलशन ने कहा कि यह बहस थकाऊ और गैर-जरूरी है। उन्होंने कहा कि हर इंडस्ट्री में सुविधाएं और रिश्ते होते हैं। लेकिन टिकने के लिए आपको मानसिक रूप से तैयार होना पड़ता है। अगर कोई इस चुनौती के लिए तैयार नहीं है, तो उसे किसी और क्षेत्र में प्रयास करना चाहिए।
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गुलशन देवैया ने यह भी कहा कि काम वही मिलता है जिसकी मांग इंडस्ट्री करती है, इसलिए कलाकार को अपनी कला को मजबूत बनाए रखना ही सबसे जरूरी है। गुलशन देवैया का यह इंटरव्यू युवा कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, और यह साबित करता है कि बॉलीवुड में पहचान मेहनत से मिलती है, बहस से नहीं।






