कॉमेडियन-हास्य कवि एहसान कुरैशी पहुंचे नवभारत
नागपुर: मशहूर स्टैंडअप कॉमेडियन व हास्य कवि एहसान कुरैशी नागपुर के डायरेक्टर प्रोड्यूसर राजेश शर्मा की कॉमेडी-हॉरर फिल्म ‘फैमिली 420’ की शूटिंग के लिए गुरुवार को नागपुर पहुंचे थे। नागपुर के साथ उनका गहरा नाता रहा है. नागपुर से उनके लगाव और यादों को साझा करने एहसान कुरैशी ‘नवभारत’ के ऑफिस पहुंचे। ‘फैमिली 420’ की आखिरी दिन शूटिंग करते वक्त उन्हें अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश की जानकारी मिली, उन्होंने हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति दुख प्रकट किया व श्रद्धांजलि अर्पित की।
बात करें फिल्म ‘फैमिली 420’ की तो नागपुर के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर राजेश शर्मा ने हिन्दी व मराठी के मशहूर कॉमेडियन्स व कलाकारों को लेकर कॉमेडी हॉरर फिल्म बनाई है जिसमें एहसान कुरैशी के अलावा हास्य अभिनेता असरानी, उपासना सिंह, सुनील पॉल और मराठी एक्टर विजय कदम, विजय पाटकर, सुकन्या कुलकर्णी, हर्षिता पाटिल जैसे कलाकार शामिल हैं।
एहसान ने नागपुर के बारे में अपनी याद साझा करते हुए बताया कि नागपुर से 100 किलोमीटर दूर मोगली के शहर सिवनी उनका जन्म स्थान है. अपने हास्य काव्यात्मक अंदाज में उन्होंने कहा कि 100 साल पहले मोगली ने सिवनी को फेमस किया था और 100 साल बाद मैंने वह काम किया है, मोगली और मुझ में बस फर्क इतना है कि वह कपड़े नहीं पहनता था और मैं कपड़े पहनता हूं।
उन्होंने कहा कि मार्केट, व्यवसाय, एंटरटेनमेंट सभी मामलों में नागपुर मध्य भारत का गढ़ है। मध्य प्रदेश के वह लोग जिनकी पहुंच से मुंबई दूर है वे अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए नागपुर ही आते हैं। अपने पुराने दिनों को याद करते हुए एहसान में बताया कि 1980 में रिलीज हुई फिल्म ‘कुर्बानी’ का फर्स्ट शो देखने के लिए वे कैसे रात में नागपुर आए थे। वे उस समय रात 12 से 3 का नाइट शो देखकर सुबह सिवनी पहुंचे थे और सबको बताया था कि नागपुर से फिल्म का फर्स्ट शो देखकर आए हैं।
एहसान ने कहा कि पूरी दुनिया में नागपुर अपने संतरों के लिए फेमस है। फिल्म में भी नागपुरी संतरों का प्रमोशन किया गया है। फिल्म का एक गाना नागपुरी संतरों के स्वाद को डेडिकेट किया गया है। उन्होंने कहा कि नागपुर वो शहर है, जिसने उन्हें कॉमेडी का मंच प्रदान किया। शहर के ओपी सिंह ने मेलोडी मेकर में उन्हें सबसे पहले कॉमेडी करने का चांस दिया था, उसके बाद नागपुर से ही उन्होंने टीवी शो ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ का ऑडिशन पास किया था।
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एहसान ने बताया कि यह हुनर उन्हें अपने दादा अब्दुल मजीद से मिला है। उनके दादा किसान थे, साथ ही कभी-कभी हास्य कविताएं लिखते और सुनाते थे। कविता पढ़ने की उनकी यह शैली उन्हें अपने दादाजी की मिली है। उनका मानना है कि नागपुर ऐसा शहर है, जो उन टैलेंट को भी अपनाता है, जिन्हें मायानगरी मुंबई नहीं अपना पाती है। बता दें कि वर्तमान में एहसान जी टीवी के शो ‘सरू’ में नारायणजी (एनजे) के किरदार में नजर आ रहे हैं।