तुर्की के बॉयकॉट में क्यों चुप है बॉलीवुड
भारत और पाकिस्तान के बीच जब तनाव अपने चरम पर था, तब तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था। पहलगाम में हुए आतंकी हमले का भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए पाकिस्तान को जवाब दिया, तो पाकिस्तान ने भारत पर हमले जैसी घिनौनी कार्रवाई की और उस समय तुर्की पाकिस्तान का समर्थन कर रहा था। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब कम हो गया है लेकिन भारत में तुर्की का विरोध तेज हो गया है। तुर्की के लिए बॉयकॉट मुहिम चलाई गई है। लेकिन इस मुहिम में बॉलीवुड का कोई भी कलाकार या फिल्म मेकर खुल कर अपना समर्थन जताते हुए नजर नहीं आया है। इस मामले पर बॉलीवुड की चुप्पी लोगों को हैरान कर रही है।
तुर्की बॉलीवुड की फिल्मों के लिए फेवरेट शूटिंग लोकेशन मानी जाती है। भारत की कई फिल्मों की शूटिंग तुर्की में हो चुकी है। सलमान खान की टाइगर सीरीज की लगभग सभी फिल्मों की शूटिंग तुर्की में हुई है। आमिर खान की फिल्म पीके की शूटिंग भी तुर्की में हुई थी। अजब प्रेम की गजब कहानी फिल्म की शूटिंग हुई तुर्की में हुई थी। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग तुर्की में हो चुकी है। आइए जानते हैं बॉलीवुड तुर्की के विरोध में खुलकर क्यों नहीं उतर रहा है?
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बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स तुर्की के विरोध में नहीं उतर रहे हैं इसके पीछे दो बड़ी कारण बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तुर्की के कल्चरल एंड टूरिज्म मिनिस्ट्री ने 2019 में कैश रिबेट प्रोग्राम शुरू किया था। इस नियम के तहत विदेशी फिल्म मेकर तुर्की में कोई फिल्म शूट करता है तो उसे वहां के खर्च का 30% तक रिफंड मिल जाता है। वहीं दूसरी तरफ विदेशी फिल्म मेकर्स के लिए VAT पर भी छूट का प्रावधान तुर्की में किया गया है। फिल्म की शूटिंग के वक्त जिन खर्चों पर वैट लगता है, उसका भी 18 प्रतिशत रिफंड फिल्म मेकर्स को मिल जाता है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि तुर्की में फिल्म की शूटिंग करना फिल्म मेकर्स के लिए फायदे का सौदा माना जाता है और इसी फायदे के वजह से बॉलीवुड के फिल्म मेकर्स तुर्की के विरोध में खुलकर उतर नहीं पा रहे हैं।