रणदीप सिंह सुरजेवाला (सौजन्य-एएनआई)
नागपुर: कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मेडिकल कॉलेज अग्निकांड की निंदा करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार पर जिम्मेदारी लेने और लोगों की जरूरतों को पूरा करने में विफल रहने का आरोप लगाया। रणदीप सुरजेवाला ने इसे बीजेपी की नाकामयाबी घोषित किया।
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड पर रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि उस घटना ने उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नारे बनाने से फुर्सत नहीं मिलती।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ को बटेंगे, कटेंगे, बुल्डोजर चलाएंगे जैसे नारों को छोड़कर अपनी आंखे खोले झांसी जाकर वहा के हालात का जायजा लेना चाहिए। उनका मानना है कि ये कोई पहला हादसा नहीं है। योगी आदित्यनाथ के नाक के नीचे ऐसे कई हादसे हो चुके है।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि ये भारतीय जनता पार्टी की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने इस घटना पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है उत्तर प्रदेश के सभी अस्पतालों की जांच करने के लिए कहा। इसके अलावा कांग्रोस सांसद ने पीड़ितों और पीड़ितों के परिवार को मुआवजा देने की मांग की है।
#WATCH नागपुर, महाराष्ट्र: झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड घटना पर कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, "झांसी में जो हुआ उसने उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है। उन सब पीड़ित परिवारों के साथ कांग्रेस और मेरी ओर से संवेदनाएं। काश योगी… pic.twitter.com/EFJyHNFLCo — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 16, 2024
झारखंड चुनाव से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड घटना पर कांग्रेस सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “झांसी में जो हुआ उसने उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है। उन सब पीड़ित परिवारों के साथ कांग्रेस और मेरी ओर से संवेदनाएं। काश योगी आदित्यनाथ की आंखें आज खुल जाएं।
‘बाटेंगे-काटेंगे-बुल्डोजर चलाएंगे’ से ऊपर उठकर उन्हें झांसी जाकर वहां के बच्चों की सुध लेनी चाहिए ताकि इस प्रकार के हादसे फिर ना हों। उत्तर प्रदेश में ये पहला हादसा नहीं हुआ। ये हादसे बार-बार योगी आदित्यनाथ की नाक के नीचे हो रहे हैं। भाजपा की ये सामूहिक नाकामी की निशानी है। कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए, दोषियों को सजा दी जाए।”
आपको बताते चले कि झांसी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहोर ने बताया, “शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी, उस समय 49 बच्चे वहां दाखिल थे। 39 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया। सभी बच्चों की हालत स्थिर है। घटना में 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनमें से 3 बच्चों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।”
#WATCH झांसी: झांसी मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहोर ने बताया, "शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी, उस समय 49 बच्चे वहां दाखिल थे। 39 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया। सभी बच्चों की हालत स्थिर है। घटना में 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनमें से 3 बच्चों की पहचान अभी नहीं… pic.twitter.com/DnhhTlxbCr — ANI_HindiNews (@AHindinews) November 16, 2024
इस घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपना दुख जताया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड घटना में मरने वाले नवजात शिशुओं के माता-पिता को 5-5 लाख रुपए तथा घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपए की सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जा रही है।
झारखंड अग्निकांड से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…