श्रीकांत शिंदे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पद के लिए अभी तक किसी का चयन नहीं किया गया है। इसकी वजह से कई तरह की अफवाहें सामने आ रही है, जिसमें एकनाथ शिंदे के बारे में भी चर्चाएं तेज है। राज्य में एकनाथ शिंदे को लेकर उड़ती हुई अफवाहों पर उनके बेटे श्रीकांत शिंदे ने बयान सोशल मीडिया के जरिए जारी किया है।
महायुति ने अभी तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, इसलिए कल्याण से शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री बनने की “अफवाहों” का खंडन किया और कहा कि वह राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं।
श्रीकांत शिंदे ने एक्स पर लिखा, “चुनाव के नतीजों के बाद सरकार बनने में थोड़ी देरी हो रही है और इसी वजह से कई तरह की अफवाहें उड़ रही हैं और एक यह भी है कि मैं नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने जा रहा हूं। मैं सभी को बताना चाहता हूं कि यह पूरी तरह से निराधार और झूठ है, इसमें कोई तथ्य नहीं है। मुझे लोकसभा चुनाव के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनने का मौका मिल चुका था, लेकिन मैंने अपनी पार्टी के संगठन के लिए काम करना चुना और यह अभी भी वैसा ही है, मुझे सत्ता में किसी पद की कोई इच्छा नहीं है।”
महायुतीच्या सरकारचा शपथविधी थोडा लांबल्यामुळे सध्या चर्चा आणि अफवा यांचे पीक फोफावले आहे. काळजीवाहू मुख्यमंत्री मा. श्री एकनाथ शिंदे यांनी प्रकृती अस्वास्थ्यामुळे दोन दिवस गावी जाऊन विश्रांती घेतली. त्यामुळे अफवांना अधिकच बहर आला. मी उपमुख्यमंत्री होणार अशा बातम्या प्रश्नचिन्हे…
— Dr Shrikant Lata Eknath Shinde (@DrSEShinde) December 2, 2024
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
उन्होंने आगे कहा कि वह राज्य में किसी भी मंत्री पद की दौड़ में नहीं हैं, उन्होंने कहा कि वह अपने लोकसभा क्षेत्र और शिवसेना के लिए काम करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, “मैं मीडिया के उत्साह और प्रतिस्पर्धा को समझ सकता हूं, लेकिन साथ ही उन्हें तथ्यों से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि मेरे बारे में अफवाहें अब बंद हो जाएंगी।”
महाराष्ट्र विधानसभा के आम चुनावों के नतीजे शनिवार, 23 नवंबर को घोषित किए गए। इन चुनावों में महायुति ने राज्य विधानसभा की 288 सीटों में से 230 सीटें हासिल कीं। हालांकि, गठबंधन ने अभी तक अपने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को अंतिम रूप नहीं दिया है।
महायुति से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, जबकि उसके सहयोगी दल – मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 सीटें हासिल कीं, और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। इसके विपरीत, महा विकास अघाड़ी (एमवीए) को बड़ा झटका लगा। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) ने केवल 20 सीटें जीतीं, कांग्रेस ने 16 सीटें हासिल कीं, और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) को केवल 10 सीटें मिलीं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)