नाना पटोले, शरद पवार व उद्धव ठाकरे (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: महाविकास अघाड़ी में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे का ऐलान हो गया है। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने बताया कि कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) की बीच 85-85-85 सीटों का बंटवारा तय हो गया है। वहीं बाकी सीटों के लिए अभी चर्चा जारी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी की सीट शेयरिंग के लिए मंगलवार को बैठक हुई थी। जिसके बाद बुधवार को एक बार फिर महाविकास अघाड़ी की बैठक हुई। जिसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की गई।
शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एमवीए के सहयोगी दल 85-85 सीट पर लड़ेंगे, चुनाव 270 सीट पर बनी सहमति बन गई। बाकी बची 18 सीटों के लिए चर्चा जारी है। साथ ही उन्होंने कहा की बाकी सीटों की घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी।
संजय राउत ने कहा की कुछ सीटें एमवीए की छोटे सहयाेगियों को भी दी जानी है उसके बारे में चर्चा जारी है। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी एकजुट होकर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उतरेगी। एमवीए के सभी दल एकसाथ है।
यह भी पढ़ें:– शिवसेना ने भी जारी की 45 उम्मीदवारों की सूची, इस सीट से मैदान में उतरेंगे एकनाथ शिंदे
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि बुधवार को शरद पवार के नेतृत्व में एमवीए में शामिल कांग्रेस, एनसीपी (शरदचंद्र पवार), और शिवसेना (यूबीटी) की बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि तीनों दल 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं बाकी बची 18 सीटों पर शेकाप और कम्युनिस्ट पार्टी और समाजवादी पार्टी को जगह दी जाएगी। जिसके लिए सहयोगी दलों से बातचीत जारी है।
अब देखना दिलचस्प होगी कि बाकी बची 18 सीटों पर कांग्रेस, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच किस तरह से विभाजन होता है। इसमें से किस पार्टी के हाथ कितनी सीटें आएगी, ये आने वाले समय में ही बता पाएगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि इन 18 सीटों में से एमवीए के तीनों दलों के बीच फिर से बराबर-बराबर का बंटवारा होगा या कोई बड़ा भाई बनकर निकलेगा?
यह भी पढ़ें:– महाराष्ट्र चुनाव के लिए शिवसेना (यूबीटी) ने जारी की 65 उम्मीदवारों की पहली सूची, आदित्य ठाकरे को वर्ली से बनाया प्रत्याशी
बता दें कि इंडिया ब्लॉक में के साथी समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी और अन्य दलों ने भी महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। ऐसें में अब देखना होगा कि इन दलों को किस तरह से जगह दी जाती हैं।