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पुणे: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी धीरे-धीरे अपने चुनावी क्षेत्रों में जोर आजमाइश करना शुरू कर रहे हैं। महाराष्ट्र के 288 विधानसभा क्षेत्र में से एक निर्वाचन क्षेत्र पर्वती है, जो पुणे जिले में स्थित है। पर्वती विधानसभा पुणे लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा बताया जाता है। इसमें कुल 6 विधानसभाएं आती हैं। पर्वती उन्हीं से विधानसभाओं में से एक है।
पर्वती विधानसभा सीट के बारे में बात करें तो पर्वती विधानसभा सीट 1978 में अस्तित्व में आई, जब यहां जनता पार्टी के सुभाष सर्वगोड चुनाव जीतने में सफल रहे। इसके बाद 1980 से लेकर 1990 तक यहां कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा और लगातार तीन बार कांग्रेस ने यह सीट जीत कर विधानसभा चुनाव में पार्टी का दबदबा कायम रखा। 1980 में वसंत चव्हाण के साथ साथ 1985 और 1990 में शरद रानपिसे लगातार दो बार विधायक बनने में कामयाब रहे।
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1995 में भारतीय जनता पार्टी में यह सीट कांग्रेस के हाथों से छीन ली और लगातार दो बार इस सीट को जीतने में कामयाबी हासिल की। 1995 में दिलीप कांबले और 1999 में विश्वास गांगुर्दे यहां से भाजपा के टिकट पर विधायक बने। वहीं 2004 में कांग्रेस पार्टी ने अपनी वापसी की और यहां से रमेश भागवे चुनाव जीतने में सफल रहे।
2009 से लेकर 2019 तक की ऐसी भारतीय जनता पार्टी के हाथों में है और यहां से लगातार तीन बार चुनाव जीत कर माधुरी मिसल अपनी हैट्रिक लगा चुकी है। 2019 के चुनाव में माधुरी मिसल ने 97 हजार 12 वोट मिले थे और उन्होंने एनसीपी के उम्मीदवार अश्विनी कदम को हराकर यह सीट जीत ली थी।
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पर्वती विधानसभा सीट पर इस बार बीजेपी बनाम एनसीपी (शरदचंद्र पवार) का मुकाबला होने जा रहा है। इस सीट से बीजेपी ने मौजूदा विधायक माधुरी मिसाल को टिकट दिया है। तो वहीं शरद पवार गुट ने पिछली बार की उम्मीदवार अश्विनी कदम को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार पर्वती में कांटे की टक्कर होने की संभावना जताई जा रही है।