हसमुख गहलोत (सौजन्य-सोशल मीडिया)
महाराष्ट्र: बीजेपी के पूर्व उपमहापौर हसमुख गहलोत ने मंगलवार को 146 ओवला-माजीवाडा विधानसभा सीट से निर्दलीय नामांकन भरने का ऐलान किया है। पत्रकार परिषद के दौरान उन्होंने बिना किसी नेता का नाम लिए महायुति के सहयोगी दल के जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों पर सहयोग नहीं करने और प्रेशर पॉलिटिक्स करने का आरोप लगाया।
गहलोत ने कहा कि मनपा, विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में बीजेपी के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता महायुति धर्म का पालन करते हुए कार्य करते हैं, लेकिन चुनाव बाद महायुति के जनप्रतिधि द्वारा बीजेपी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को दबाया जाता है, अपमानित किया जाता है।
इसके अलावा 146 विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत मीरा -भाईंदर क्षेत्र के कई सोसायटियों के निवासियों और उनके शुभचिंतकों के कहने पर गहलोत ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बीजेपी एक अनुशासित पार्टी है, अगर उनके पार्टी के वरिष्ठ नेता यह आश्वासन महायुति के सहयोगी दल के जनप्रतिधियों से यह आश्वासन ले लेंगे कि बीजेपी के पदाधिकारियों पर प्रेशर पॉलिटिक्स नहीं की जाएगी तो वे अपना नामांकन वापस भी ले सकते हैं।
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बता दें, कि विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने की अंतिम तिथि 29 अक्टूबर मंगलवार को है। महायुति में कई सीटों पर अभी उम्मीदवारों के नाम पर पेंच फंसा हुआ है। जिसमें 145 विधान सभा सीट भी शामिल है। इस सीट से गीता जैन और नरेंद्र मेहता ने टिकट के लिए दावेदारी की है।
दोनो ने सोमवार को निर्दलीय और बीजेपी से नामांकन भरा है। पार्टी से ए बी फॉर्म पाने के लिए सोमवार की रात ही अंतिम और भारी बीतने वाली है। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस सीट से गीता जैन को टिकट देने की मांग पर अड़े हुए हैं, वहीं डीसीएम इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मेहता को टिकट दिए जाने के पक्ष में है।
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इस रस्साकसी के बीच 146 विधानसभा सीट पर प्रताप सरनाईक का सिरदर्द बढ़ाने के लिए गहलोत ने चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है।