नासिक में हेलीकॉप्टर से AB फार्म भेजे गए थे (सोर्स: सोशल मीडिया)
नासिक: नासिक जिले में विधानसभा की 3 सीटों के लिए विशेष विमान द्वारा लाए गए ‘एबी फॉर्म’ की खबर के बाद चुनाव आयोग ने भी इसका संज्ञान लिया है। आयोग ने जिला प्रशासन को इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से इस संबंध में जानकारी मांगी है। इसके बाद प्रत्याशियों में खलबली मची है। निर्वाचन आयोग ने इस मामले में जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की धूम मची हुई है। नासिक जिले में गठबंधनों और पार्टियों के भीतर बगावत और मित्रतापूर्ण लड़ाई का नया अध्याय शुरू हो गया है। वहीं नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन ‘एबी फॉर्म’ को लेकर नाटकीय घटनाएं घटीं। देवलीली और दिंडोरी में एक-एक उम्मीदवार के लिए विशेष विमान से ‘एबी फॉर्म’ भेजा गया। अंतिम कुछ मिनटों में यह दाखिल होने से उम्मीदवारी पर आधिकारिक मुहर लग गई।
इगतपुरी के लिए एक ‘एबी फॉर्म’ दस मिनट देर से आया, जिससे वह दाखिल नहीं हो सका। इस मामले को लेकर चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन शाखा से जानकारी मांगी है। आयोग ने पूछा है कि विमान किसने बुलाया, इसमें कौन थे, किन उम्मीदवारों के लिए फॉर्म मंगाए गए और इसके लिए कितना खर्च हुआ।
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निर्वाचन आयोग के आदेश के बाद नासिक जिला प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और हेलीकॉप्टर से एबी फॉर्म भेजने को लेकर एयर ट्रैफिक कंट्रोल विभाग से जानकारी मांगी है। आयोग ने जिला प्रशासन को विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
विमान से यात्रा का खर्च उम्मीदवार के फॉर्म के लिए हुआ, तो यह खर्च उम्मीदवार के खाते में जाएगा अन्यथा, यह खर्च पार्टी के खाते में जा सकता है। पार्टी के खर्च पर कोई सीमा नहीं है, लेकिन यदि यह खर्च उम्मीदवार के खाते में आता है, तो विमान किराए पर लेने का खर्च अधिक होगा। इससे संबंधित उम्मीदवारों के आगे के खर्च पर बड़ी समस्याएं आ सकती हैं।
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