झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 12 जिलों के 38 विधानसभा क्षेत्रों में 20 नवंबर को मतदान होना है। इसलिए सभों राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इसके लिए सभी स्टार प्रचारकों ने भी जनता से वोट करने की अपील की है।
आज शाम से इन जगहों पर चुनाव प्रचार का शोर बंद हो जाएगा। इसके बाद प्रत्याशी सिर्फ डोर टू डोर अभियान ही चला सकेंगे। चुनाव में वोटिंग को लेकर 9938 भवनों में कुल 14218 बूथ बनाए गए हैं। इनमें सामान्य बूथों की संख्या 7390 है। वहीं, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 900 बूथ हैं।
झारखंड में दूसरे चरण के चुनाव के लिए क्रिटिकल बूथ भी बनाए गए है। इन क्रिटिकल बूथों की संख्या 7000 के करीब है। देखा जाए तो अभी नक्सल प्रभावित जिलों में सिर्फ गिरिडीह और बोकारो क्षेत्र ही शामिल हैं। गिरिडीह में 350 व बोकारो में 180 ऐसे बूथ हैं, जिसे नक्सल प्रभावित माना गया है।
दूसरे चरण के चरण के झारखंड चुनाव के लिए भी आयोग ने सुरक्षा के कड़े इंजताम किए है। इस दौरान इन क्षेत्रों में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 585 कंपनी और जैप की 60 कंपनी लगाया गई है। तो वहीं, होमगार्ड के 30 हजार के करीब जवानों को लगाया गया है। इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के बूथों पर कोबरा और एसटीएफ के जवानों की तैनाती की जाएगी।
झारखंड में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 12 जिलों के विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होने हैं। इनमें धनबाद, बोकारो, दुमका, पाकुड़, गिरिडीह, साहिबगंज, कोडरमा, देवघर, जामताड़ा, रामगढ़, रांची व हजारीबाग जिला अंतर्गत विस क्षेत्रों में चुनाव होना है।
योगी आदित्यनाथ, फोटो - मीडिया गैलरी