
दिल्ली में कार ब्लास्ट के राहत एवं बचाव कार्य में जुटे कर्मी। इमेज-सोशल मीडिया।
Delhi Blast Big Revelation: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। हरियाणा के फरीदाबाद से गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। डॉ. मुजम्मिल ने कबूल किया कि जनवरी 2025 में उसने और उमर ने लाल किला वाले इलाके की रेकी की थी। उनका प्लान था कि 26 जनवरी 2026 को दिल्ली में बड़ा धमाका करेंगे। इस दिवाली पर भी भीड़भाड़ वाली मार्केट उनका टारगेट था, लेकिन प्लान आखिरी वक्त में कैंसल हो गया। फरीदाबाद मॉड्यूल पर छापे के बाद उमर घबरा गया। वह कार में विस्फोटक लेकर दिल्ली भागा, लेकिन सिग्नल पर ही विस्फोट हो गया
जैश टेरर मॉड्यूल में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल के मोबाइल की जांच से बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को मालूम चला कि वह इस साल कई बार दिल्ली आया था। उसके मोबाइल से दिल्ली की कुछ जगहों की तस्वीरें मिलीं। एजेंसियां मानकर चल रही है कि उसका दिल्ली आना उसकी प्लानिंग का हिस्सा था। अब पता किया जा रहा कि वह दिल्ली में किससे मिला और क्या वह अकेला दिल्ली आया था या उसके साथ कोई और था।
डॉ. परवेज को यूपी एटीएस दिल्ली लेकर आई है। अब एनआईए उनसे पूछताछ करेगी। डॉ. शाहीन अपने भाई डॉ. परवेज के संपर्क में थी। मंगलवार यानी 11 नवंबर को UP ATS ने परवेज को हिरासत में लिया था। मंगलवार सुबह परवेज के ठिकाने पर छापे मारे गए थे। परवेज ने 4 नवंबर को पिता को आखिरी बार कॉल किया था। परवेज से एक सप्ताह पहले intrigal यूनिवर्सिटी से इस्तीफा दिया था। इस यूनिवर्सिटी में प्रवेश मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर था।
पुलिस शोपियां जिले में कई जगहों पर जमात-ए-इस्लामी कार्यकर्ताओं के आवासों पर तलाशी ले रही। इनमें डॉ. हमीद फैयाज (नदीगाम), मो. यूसुफ फलाही (चित्रगाम) और अन्य के आवास शामिल हैं। हरियाणा के एक मौलवी को हिरासत में लिया गया है। वह अल फलाह विश्वविद्यालय में रह रहा था। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मौलाना इश्तेफाक को पकड़ा है। सूत्रों के अनुसार विस्फोटक 30-40 दिनों में तैयार किए गए थे। विस्फोटक 3-4 खेप में लाए गए थे।
लाल किला विस्फोट मामले में कश्मीर के 5वें डॉक्टर गिरफ्तार हुए हैं। दक्षिण कश्मीर के खुर बटपोरा कुलगाम के एक और डॉक्टर को मंगलवार रात हिरासत में लिया गया उनकी पहचान डॉ. तजामुल के रूप में हुई है। वह श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल में काम करते थे।
जांच एजेंसियों की जांच में पता चला है कि डॉ. शाहीन सईद भारत में जैश की महिला भर्ती शाखा से जुड़ी थीं। उन्हें महिलाओं को इस विंग से जोड़ने की जिम्मेदारी मिली थी। उनके निशाने पर मेडिकल छात्राएं थीं।
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डॉ. शाहीन शाहिद दो साल से विस्फोटक इकट्ठा कर रही थीं। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में उन्होंने कबूल किया है कि वह साथी आतंकी डॉक्टरों के साथ मिलकर देश भर में आतंकी हमलों की योजना बना रही थीं।






