दिल्ली विधानसभा के उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ।
नई दिल्ली: सड़क पर नमाज पढ़ने को लेकर इन दिनों विवाद और बयानबाजी लगातार हो रही है। दिल्ली में तो कुछ इलाकों में सड़कों पर नमाज अदा न किए जाने को लेकर निर्देश भी जारी कर दिए हैं। अब ईद से पहले दिल्ली विधानसभा उपाध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट के बयान से विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। उन्होंने कहा है कि सड़क पर नमाज पढ़कर अन्य लोगों की परेशानी नहीं बढ़ानी चाहिए।
इससे पहले भाजपा विधायक करनैल सिंह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र भी लिखकर मांग की थी कि ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने की अनुमति न दी जाए। इससे आम लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। हालांकि मुस्लिम समुदाय में इस प्रकार की बयानबाजी और मांगों से नाराजगी है।
मोहन सिंह बिष्ट ने बयान में कहा है कि हम नमाज पढ़ने के खिलाफ नहीं हैं। यह उनके धर्म की रीति है लेकिन यदि सड़क पर नमाज अदा करेंगे तो ट्रैफिक व्यवस्था पर असर पडे़गा। रास्ते पर आने जाने वालों को इससे काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी। इसलिए मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ें और वहां जगह कम पढ़े तो घर में अदा कर लें।
भाजपा विधायक रविंदर सिंह नेगी ने कहा है कि नवरात्रि आ रही है इसलिए मीट की दुकानों पर नौ दिनों के लिए प्रतिबंध लगा देना चाहिए। मीट की दुकानें खुली रहने से जानवरों के कटे हुए मांस की बदबू आती रहती है। ऐसे में नवरात्रि के दिनों में मीट की दुकानों को प्रतिबंधित कर देना चाहिए।
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भाजपा विधायकों की ओर से मीट की दुकानों को नवरात्रि में बंद करने की मांग पर आप विधायक संजय सिंह ने कहा है कि गली-मोहल्लों के छोटे कारोबारियों की दुकानें बंद कराने को लेकर सब बोल रहे हैं। यहां देशों के दूतावास हैं जहां नॉनवेज बनता है, जबकि केएफसी जैसे बड़े रेस्टोरेंट होने के साथ भाजपा नेताओें के कई होटल भी हैं जहां नॉनवेज परोसा जाता है। पहले उनको क्यों नहीं बंद कराया जा रहा है। शराब के दुकानें क्यों बंद की जा रही हैं।