दिल्ली में दिवाली पर आग की घटनाएं ( सौ. से सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) को दिवाली पर आग से जुड़ी घटनाओं की 300 से ज़्यादा कॉल मिलीं, हालांकि कोई भी जानलेवा मामला सामने नहीं आया, शुक्रवार को एक अधिकारी ने घटनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि पटाखों व रोशनी के चक्कर में कई घटनाएं हुयी हैं। दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच, लगभग 158 आग से जुड़ी घटनाओं के मामले सामने आए।
दिल्ली अग्निशमन सेवा के निदेशक अतुल गर्ग ने कहा कि सबसे अच्छी बात ये रही कि दिवाली पर दुर्घटना की कोई बड़ी कॉल नहीं आई, लेकिन हमें कई कॉल मिलीं। कल शाम 5 बजे से आधी रात तक, लगभग 192 कॉल दर्ज की गईं और आधी रात से सुबह 6 बजे के बीच लगभग 158 और कॉल दर्ज की गईं। शाम 5 बजे से सुबह 5 बजे तक, सिर्फ़ 12 घंटों में 300 का आंकड़ा पार हो गया। लेकिन कोई बड़ी आग नहीं लगने से जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ क्योंकि उन्होंने इस साल दिवाली के लिए दमकल बल बढ़ा दिया था।
#WATCH दिल्ली: दिल्ली फायर सर्विसेज के निदेशक अतुल गर्ग ने बताया, “कल कोई बड़ी कॉल नहीं आई, लेकिन बहुत सारी कॉल आई हैं। कल शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक करीब 192 कॉल आईं और रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक करीब 158 कॉल आईं… राहत की बात ये है कि कोई बड़ी आगजनी की घटना सामने नहीं आई है।… pic.twitter.com/Y3iSb5pn3c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 1, 2024
डीएफएस निदेशक अतुल गर्ग ने कहा, “विकासपुरी में एक घटना में दो लोग बेहोश हो गए, जिसमें आग लगने की छोटी-मोटी घटनाएं भी शामिल हैं। मंगोलपुरी में एक और घटना की सूचना मिली, जिसमें एक महिला और दो बच्चे घायल हो गए। इस बार हमने दमकल बल बढ़ा दिया था, इसलिए कोई बड़ी आग नहीं लगी। निश्चित रूप से बहुत सारी कॉल आई थीं, लेकिन कोई जान को खतरा नहीं था।”
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बस में आग लगने के बारे में डीएफएस निदेशक ने कहा कि एक कॉल आई थी और अधिकारियों को बताया गया था कि एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश ले जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया। उन्होंने कहा, “नजफगढ़ इलाके से शाम करीब साढ़े छह बजे एक कॉल आई थी कि एक व्यक्ति डीटीसी बस में पोटाश ले जा रहा था, जिसमें विस्फोट हो गया। पोटाश का इस्तेमाल मुख्य रूप से पटाखे बनाने में किया जाता है और यह अत्यधिक ज्वलनशील होता है। दो लोग घायल हो गए। दो दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया।”
इससे पहले, दिल्ली पुलिस ने कहा कि गुरुवार शाम को डीटीसी बस में पटाखों में आग लगने से एक यात्री और एक सह-यात्री झुलस गए थे। जांच में पता चला कि थोड़ी मात्रा में पटाखे ले जा रहे एक यात्री ने बस में आग पकड़ ली। पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) द्वारका ने कहा कि गुरुवार को आग लगने की सूचना छावला पुलिस स्टेशन को एक पीसीआर कॉल मिली थी।
“द्वारका जिले में एक डीटीसी बस में आग लग गई। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बस में रखे पटाखों में आग लग गई। जांच करने पर पता चला कि एक यात्री बस में थोड़ी मात्रा में पटाखे लेकर यात्रा कर रहा था। इन पटाखों में आग लग गई, जिससे बस में बैठे व्यक्ति और उसके साथ बैठे एक सह-यात्री को मामूली चोटें आईं। अभी तक विस्फोट जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। दोनों को आईजीआई अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आगे की जांच जारी है।”
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दिल्ली पुलिस ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में उछाल दर्ज किया गया और दिवाली की रात पटाखों पर प्रतिबंध का उल्लंघन करने के बाद सोमवार सुबह फिर से धुंध छा गई। राजधानी के अधिकांश इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 से अधिक दर्ज किया गया, जिससे निवासियों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई। सुबह करीब 7:00 बजे आनंद विहार में AQI 395 दर्ज किया गया, आया नगर में 352, जहांगीरपुरी में 390 और द्वारका में 376 दर्ज किया गया। इन सभी इलाकों में वायु गुणवत्ता का स्तर ‘बहुत खराब’ रहा, जिससे स्वास्थ्य को काफी खतरा है। प्रदूषण की समस्या सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं थी; चेन्नई और मुंबई जैसे महानगरों सहित भारत भर के कई अन्य शहरों में भी ऐसी ही स्थिति देखी गई, जहां धुंध और खराब वायु गुणवत्ता ने बड़े इलाकों को प्रभावित किया।