युवक-युवती की पुलिस से बेवजह बहस। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: पुलिस जनता की रक्षक है। जनता की रक्षा के लिए पुलिस दिन-रात काम करती है। लेकिन यही पुलिस लोगों की अच्छाई के बारे में सोचते हैं तो उल्टा उन्हें ही अपमानित होना पड़ता है। इतना ही नहीं, तो कुछ महाभाग उनसे उलझ भी जाते हैं और गाली-गलौज व बहस पर उतारू हो जाते हैं। कुछ ऐसा ही एक वाक्या नागपुर से सामने आया है।
रात होने पर घर जाने को कहने पर एक युवती अपने दो साथियों के साथ पुलिस से भिड़ गई। उन्होंने अपमान किया और धक्का दिया। पुलिस कांस्टेबल पंकज नंदेश्वर की शिकायत पर तीनों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों का नाम शेरॉन लव्हेट (मार्टिननगर निवासी), स्वप्निल विष्णु कांबले (25) (तेलंगखेड़ी निवासी) और सागर मन्नूसिंह ठाकुर (26) (सुरेंद्रगढ़ निवासी) है।
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दरअसल, शनिवार रात करीब 11 बजे पुलिस कांस्टेबल पंकज होम गार्ड रवि तिवारी के साथ इलाके में गश्त कर रहे थे। उन्होंने देखा कि सिविल लाइंस इलाके में कैफे बॉक्स के सामने अंधेरे में 8-10 युवक खड़े हैं। पंकज ने उन्हें अपने घर जाने के लिए कहा क्योंकि बहुत देर हो चुकी थी। शेरॉन भी वहीं किनारे बैठी थी। पंकज ने उसे भी घर चलने को कहा। शेरॉन ने कहा, ‘मैं यहीं बैठूंगी। तुम यहाँ से जाओ।’ इसी बीच स्वप्निल और सागर भी वहां आ गए।
दोनों पंकज से बहस करने लगे। वे फर्जी पुलिसकर्मी बनकर धक्का-मुक्की करने लगे। वीडियो रिकॉर्ड कर अधिकारियों को भेजने और झूठी शिकायत दर्ज कराने की धमकी दी। पंकज ने तुरंत थाने के नाइट ऑफिसर को घटना की जानकारी दी और मदद के लिए बुलाया। तीनों ने गाली-गलौज कर सरकारी गाड़ी की चाबी लेने की कोशिश की, लेकिन पंकज ने उन्हें रोक दिया।
इसके बाद तीनों वहां से फरार हो गए। पंकज की शिकायत के आधार पर पुलिस ने उत्पीड़न और सरकारी काम में बाधा डालने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस ने स्वप्निल और सागर को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल शेरॉन को गिरफ्तार नहीं किया गया है।