तेलंगाना एक्सप्रेस से 3 चोर अरेस्ट।
नागपुर: हैदराबाद में एक व्यापारी के घर चोरी करके ट्रेन से भागने की कोशिश कर रहे 3 चोरों को रेलवे सुरक्षा टीम ने धरदबोचा। पकड़े गए चोरों के पास 1 करोड़ 35 लाख 55 हजार रुपए मूल्य का सोना, हीरे और चांदी के आभूषण और 19 लाख 63 हजार 730 रुपए की नकद राशि शामिल है। नगद राशि में संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, चीन, सिंगापुर, सऊदी अरब जैसे 24 देशों की करंसी सहित करोड़ों की बहुमूल्य वस्तुएं तीनों के पास जब्त की गईं। आरोपियों को सामग्री के साथ हैदराबाद की करायनागुढ़ा पुलिस को सौंप दिया गया।
यह कार्रवाई बुधवार तड़के आरपीएफ और सीआईबी की टीम ने तेलंगाना एक्सप्रेस में की। दिलचस्प बात यह है कि, एक टीम ट्रेन से तो दूसरी टीम सड़क मार्ग से चोरों का पीछा कर रही थी। व्हाट्सएप पर प्राप्त एक फोटो के आधार पर, चलती ट्रेन में आरोपी की पहचान हो जाने के बाद तीनों को काटोल रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिया गया। तड़के नागपुर मध्यवर्ती रेलवे स्टेशन पर लाया गया। गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के मधुबनी निवासी सुशील मुखिया (29), मलाहु सोनाय (38) और पश्चिम बंगाल, मेशनपुर निवासी बसंती आर्या (45) शामिल हैं। बताया जाता है कि, तेलंगाना एक्सप्रेस दिल्ली में रुकने के बाद वे तीनों बिहार जाने वाले थे।
जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता हैदराबाद का एक बड़ा व्यापारी है। आरोपी सुशील बचपन से ही उनके यहां काम करता था। इसलिए शिकायतकर्ता और उसके परिवार को सुशील पर भरोसा था। फरियादी एक बड़ा व्यापारी थे इसलिए उनके पास हमेशा लाखों की नकदी रहती थी। इसके अलावा हीरे के आभूषण और विभिन्न देशों की लाखों की करंसी घर में रहने की जानकारी सुशील को थी। जल्दी अमीर बनने का सपना देखते हुए सुशील ने फरियादी के यहां चोरी करने की योजना बनाई। वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहा था कि चोरी कैसे और कब की जाए।
इस बीच फरियादी अपने बिजनेस के चक्कर में हाल ही में विदेश चले गए। उनके घर पर उनका परिवार और एक एकाउंटेंट था। इसके बाद सुशील को अच्छा अवसर मिला। उसने अपने दोस्त मलाहु को बुलाया जो दिल्ली में रहता है। उसने अपनी प्रेमिका बसंती को भी बुलाया। सुशील और मलाहु ने मिलकर चोरी की। इसके बाद तीनों 12723 तेलंगाना एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। चोरी का एहसास होने पर परिवार ने स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
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इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। तेलंगाना एक्सप्रेस से तीनों भागने के फिराक में होने की सूचना स्थानीय पुलिस ने मध्य रेलवे के मंडल वरिष्ठ सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार को संपर्क दी। स्थानीय पुलिस ने मुख्य आरोपी सुशील की तस्वीर उन्हें व्हाट्सएप पर भेजी। मनोज कुमार ने तुरंत इस पर ध्यान देते हुए नागपुर आरपीएफ थानेदार सत्येंद्र यादव और सीआईबी इंस्पेक्टर नवीन प्रताप को निर्देश दिए। दोनों पुलिस अधिकारियों ने तुरंत एक टीम बनाई। रेल मार्ग से जाने वाली टीम में जसबीर सग, अजय सग, अजय सिकरवार और सड़क मार्ग जाने वाली टीम में थानेदार नवीन प्रताप, सब इंस्पेक्टर प्रियंका सग और कांस्टेबल रविंद्र सग शामिल थे।
जसबीर सग और अजय सग दोनों नागपुर रेलवे स्टेशन से तेलंगाना एक्सप्रेस में सवार हुए। जैसे ही ट्रेन रवाना हुई, वे कोच में चढ़ गए। उनके पास आरोपी सुशील का फोटो था। उन्होंने हर बोगी की जांच के दौरान एक बोगी में एक संदिग्ध युवक दिखाई दिया। जसबीर ने अपनी नज़रें उस पर गड़ा दीं और जब उन्होंने व्हाट्सएप पर तस्वीर देखी, तो वह सुशील होने का अहसास जसबीर को हुआ। दोनों ने सुरक्षा आयुक्त से यह सुनिश्चित करने को कहा और हैदराबाद पुलिस से संपर्क किया गया। वहां से हरी झंडी मिलते ही उसे पकड़ लिया गया। काटोल रेलवे स्टेशन पर तीनों उतारकर नागपुर लाया गया।