मणिपुर में गिरफ्तार उग्रवादी (फोटो-सोशल मीडिया)
इंफालः हिंसा से उबरने की कोशिश कर रहे मणिपुर में अपराध चरम पर है। अपराधियों के खिलाफ स्थानीय पुलिस प्रशासन लगातार ऐक्शन ले रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को मणिपुर के विभिन्न हिस्सों से जबरन वसूली के आरोप में 5 उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को थौबल, काकचिंग, इंफाल पश्चिम और तेंग्नौपाल जिलों से गिरफ्तारियां की गईं। ‘यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी ऑफ कांगलीपाक’ (यूपीपीके) के एक सदस्य को काकचिंग जिले के लैंगमीडोंग मैनिंग लेइकाई से गिरफ्तार किया गया।
उगाही के आरोप में 5 उग्रवादी गिरफ्तार
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध की पहचान अकोईजाम रॉबिन्सन (51) के रूप में हुई है, जिस पर इंफाल के स्कूलों से जबरन वसूली करने का आरोप है। उन्होंने कहा कि उसके पास से .32 पिस्तौल जब्त की गई है। प्रतिबंधित ‘कांगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी’ (नोयोन) के एक सदस्य को थौबल जिले के थौबल मेला ग्राउंड से गिरफ्तार किया गया, जबकि पीआरईपीएके (प्रो) और पीआरईपीएके के एक-एक सदस्य को तेंग्नौपल जिले के शांगतोंग में भारत-म्यांमा सीमा के पास से गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा केसीपी (पीडब्ल्यूजी) के एक सदस्य को इंफाल पश्चिम जिले के लांगोल गेम गांव से गिरफ्तार किया गया।
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हिंसा के बाद उग्रवादी संगठन हुए एक्टिव
इंफाल पूर्वी जिले के बरुनी हिल के खालोंग में एक अलग अभियान में सुरक्षाबलों ने तीन वाहन रेडियो सेट, 13 रेडियो वायरलेस हैंडहेल्ड सेट, सात वायरलेस सेट एंटीना, एक सोलर चार्जर कन्वर्टर और तीन सोलर प्लेट समेत अन्य सामान बरामद किया गया है। मणिपुर में हिंसा के बाद तेजी से अपराध बढ़ा है। इस अपराध के पीछे उग्रवादी संगठन हैं, जो हिंसा के बाद तेजी से एक्टिव हुए हैं। ऐसे में पुलिस की चुनौती बढ़ गई है।
जातीय हिंसा से जूझ रहा मणिपुर
मणिपुर पिछले 2 साल से हिंसा से उबरने की कोशिश कर रहा है। मई 2023 में कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय हिंसा छिड़ गई थी। इस हिंसा के कारण लाखों लोग बेघर हो गए। सैकड़ों लोगों की हत्या कर दी गई। इसके बाद राज्य सरकार को केंद्र सरकार ने बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगा दिया।
-एजेंसी इनपुट के साथ