लॉरेंस बिश्नोई, (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: भारत ने अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मोदी सरकार की ओर से अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति को फॉलो करते हुए सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में अब NIA ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान राहुल सरकार के रूप में की गई है। एनआईए ने उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश करने के साथ ही रिमांड पर लिया है। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों को देश से फरार करवाने में भी राहुल सरकार की बात सामने आई है।
लॉरेंस गैंग का सरगना राहुल सरकार काफी समय से तलाश की जा रही थी। फर्जी पासपोर्ट मॉड्यूल मामले में आरोपी के कई काले कारनामे सामने आए हैं। नेशनल इनवेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) की जांच पता चला है कि आरोपी राहुल सरकार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के लिए ही काम करता था। बिश्नोई गैंग के गुर्गों को देश से फरार कराने के लिए यह फर्जी पासपोर्ट तैयार करवाता था।
आरोपी राहुल सरकार लारेंस गैंग की बहुत अहम कड़ी है।बिश्नोई गैंग की ओर से कोई भी बड़ी वारदात करने के बाद इनके गुर्गों को देश से बाहर भेजने में यही सारी व्यवस्था करता था। जानकारी के मुताबिक राहुल ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपियों को भी देश से भगाने में मदद की थी। एनआईए राहुल के फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले नेटवर्क को ट्रेस करने की कोशिश में जुट गई है।
एनआईए ने बताया कि आरोपी राहुल ने सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपी सचिन थापन उर्फ सचिन बिश्नोई के लिए भी फर्जी पासपोर्ट तैयार करवाकर मदद की थी। वर्ष 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या कर दी गई थी। मानसा के गांव में उनकी कार को घेरकर बदमाशों अंधाधुंध फायरिंग की थी। करीब 30 से 40 राउंड फायर किया गया था जिसमें मूसेवाला की मौत हो गई थी। आरोपी राहुल को इसी केस के अंतर्गत गिरफ्तार किया गया है। अगस्त 2022 में गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह मामला दर्ज किया गया था।