पीड़ित छात्रा (फोटो- सोशल मीडिया)
Aligarh News: जिले के प्रतिष्ठित टीआर डिग्री कॉलेज के परिसर स्थित एनसीसी कार्यालय में बीएससी तृतीय वर्ष की एक छात्रा गंभीर रूप से घायल अवस्था में पाई गई। छात्रा के हाथ-पैर और शरीर पर चाकू के गहरे जख्म थे, चारों तरफ खून फैला था। उसे आनन-फानन में एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
मेडिकल कॉलेज में उपचाराधीन छात्रा ने होश में आकर बताया कि उसके ऊपर हमला किया गया है। दो लोग मुझे मारना चाहते थे। जब मुझे होश आया तो मेरा हाथ कटा हुआ था और चारों तरफ खून फैला था। छात्रा के मुताबिक, उसने खुद पर हमला नहीं किया, बल्कि हमला किसी और ने किया है। छात्रा एनसीसी की सक्रिय सदस्य है और वह तिकोना नगला में अपनी बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रही है। मूलरूप से वह डिबाई (बुलंदशहर) की रहने वाली है।
भाई ने छोड़ा था सुबह कॉलेज
छात्रा के भाई विनीत कुमार और राजपूत ने बताया कि उन्होंने सुबह 7 बजे बहन को कॉलेज छोड़ा था। कुछ समय बाद उन्हें सूचना मिली कि बहन गंभीर रूप से घायल हो गई है। विनीत ने बताया कि यह आत्महत्या नहीं, हमला है। बहन को बेहोशी की हालत में एनसीसी ऑफिस के कार्यालय में पाया गया। जब होश आया तो उसने साफ कहा कि दो लोगों ने उस पर हमला किया। छात्रा की बहन पूजा ने बताया कि उसके हाथ-पैर में कट के गहरे निशान हैं। एनसीसी ऑफिस में खून पसरा था। कॉलेज का सीसीटीवी कैमरा खराब पड़ा है, जिससे सच्चाई सामने नहीं आ पा रही।
क्राइम सीन
कॉलेज प्रिंसिपल का बयान
कॉलेज की प्राचार्य डॉ. प्रतिमा श्रीवास्तव ने बताया कि घटना की जानकारी मुझे छात्रा के भाई से मिली, जब वह उसे ढूंढता हुआ कॉलेज आया। छात्रा को एनसीसी रूम में बेहोश पाया गया, तत्काल उसे मेडिकल कॉलेज भेजा गया। प्रिंसिपल ने बताया कि छात्रा के हाथ-पैर पर कट के निशान हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि छात्रा ने पहले अपने परिजनों को फोन कर बताया था कि तस्वीर महल चौराहे पर किसी से विवाद हुआ था और उसे चोट आई है। अब यह स्पष्ट नहीं है कि हमला उसी से जुड़ा है या किसी और ने कॉलेज में आकर हमला किया है।
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कॉलेज परिसर में हंगामा, प्राचार्य को किया गया कमरे में बंद
घटना की जानकारी मिलते ही छात्रा के परिजन कॉलेज परिसर में पहुंच गए और आक्रोशित हो गए। उन्होंने कॉलेज गेट पर जाम लगाने की कोशिश की और प्राचार्य के कमरे का घेराव किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। छात्र संगठन ने सवाल उठाया कि जब कॉलेज में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम थे, तो कोई बाहरी व्यक्ति अंदर घुसकर छात्रा पर हमला कैसे कर सकता है?
खराब सीसीटीवी कैमरे पुलिस की बढ़ा रहे मुश्किलें
क्वार्सी थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। पुलिस ने कॉलेज परिसर के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए हैं, लेकिन कई कैमरे खराब पड़े होने के कारण जांच में बाधा आ रही है। पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। क्या यह हमला बाहरी व्यक्ति ने किया? क्या छात्रा पर पहले से किसी का दबाव था? क्या यह व्यक्तिगत रंजिश का मामला है? फिलहाल छात्रा का इलाज जेएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। पुलिस और कॉलेज प्रशासन मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाह निगरानी अब सवालों के घेरे में है।