भूपेश बघेल और चैतन्य बघेल (File Photo)
Chaitanya Baghel Areest: ED ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को गिरफ्तार कर लिया है। आज सुबह ही ED के अधिकारी भूपेश बघेल के घर पर छापेमारी के लिए पहुंचे थे। ये गिरफ्तारी कथित शराब घोटाला मामले में हुई है। इससे पहले भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी को लेकर कहा था कि ED आ गई। आज विधानसभा सत्र का अंतिम दिन है और अडानी के लिए तमनार में काटे जा रहे पेड़ों का मुद्दा आज उठना था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि भिलाई निवास में “साहेब” ने ED भेज दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हो गई और ईडी के वाहनों को रोकने की कोशिश। जिसके बाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को ईडी की गाड़ी से दूर किया।
चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जाँच से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में ईडी ने नए सिरे से तलाशी ली। इसके बाद उनको हिरासत में ले लिया।
VIDEO | Bhilai, Chhattisgarh: Congress workers clash with police personnel and try to stop ED vehicles after Chaitanya Baghel, son of former CM Bhupesh Baghel, was taken into custody by the Enforcement Directorate.
The Enforcement Directorate (ED) conducted fresh searches at the… pic.twitter.com/beb7Eq7Pnq
— Press Trust of India (@PTI_News) July 18, 2025
ये छापेमारी 2,100 करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाले के मामले में की गई है। खबरों के मुसाबिक, ऐसे कई नए सबूत सामने आए थे, जिनसे यह संकेत मिला कि घोटाले की रकम हासिल करने में चैतन्य की संदिग्ध भूमिका थी। ईडी ने इसी को आधार बनाकर धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत ये कार्रवाई की गई।
इस गिरफ्तारी को लेकर भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। बघेल ने BJP के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने और एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। भूपेश बघेल ने मीडिया से कहा कि अपने आका को खुश करने के लिए मोदी और शाह ने मेरे घर ED भेजी है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल डरेंगे नहीं, हम सच्चाई की लड़ाई लड़ेंगे।
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ED का कहना है कि जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री पद पर थे तो उस दौरान सरकारी दुकानों के माध्यम से शराब बेचने के लिए डुप्लीकेट होलोग्राम तथा बोतलों का इस्तेमाल किया गया। इस कारण से राज्य के सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ।