नर्सिंग ऑफिसर (सौ. सोशल मीडिया)
Nursing Officer Career: अक्सर 12वीं पास करने के बाद स्टूडेंट्स करियर को लेकर गंभीर हो जाते हैं। कई लोगों को समझ नहीं आता है कि कॉलेज में अपने फेवरेट विषय को चुनकर आगे क्या लक्ष्य होगा। इस दौरान कई लोग मेडिकल फील्ड को चुनना पसंद करते हैं। यह सबसे महत्वपूर्ण और आकर्षित सेक्टर है जिसमें महिलाएं ज्यादातर जाना पसंद करती हैं। कई युवा नर्सिंग ऑफिसर बनने का सपना देखती हैं लेकिन कई सारे सवाल उनके मन में होते हैं।
अगर आप भी नर्सिंग ऑफिसर बनने का सपना देख रही हैं तो 12वीं के बाद ये करियर टिप्स आपके बहुत काम आने वाला है। सबसे पहले आपको नर्सिंग की पढ़ाई करनी होगी जिसमें दो विकल्प होंगे बीएससी नर्सिंग या जीएनएम डिप्लोमा।
बीएससी नर्सिंग चार साल का डिग्री कोर्स है जिसे आप किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कर सकते हैं। जबकि जीएनएम तीन साल का डिप्लोमा होता है जो नर्सिंग की बुनियादी ट्रेनिंग देता है। इन दोनों कोर्सों में से किसी एक को पूरा करने के बाद आप राज्य या भारतीय नर्सिंग काउंसिल में नर्स या मिडवाइफ के रूप में पंजीकरण करा सकते हैं। बता दें कि बना पंजीकरण के कोई भी उम्मीदवार नर्सिंग की नौकरी के योग्य नहीं माना जाता है।
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इसके बाद सबसे अहम चरण नौकरी का आता है। जिसमें सरकारी अस्पतालों और एम्स जैसे संस्थानों में नर्सिंग ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है। समय समय पर नर्सिंग की नौकरी के लिए भर्ती की जाती है। राज्य में भी अलग-अलग भर्ती परीक्षाएं ली जाती हैं।
इन बड़ी परीक्षाओं में नर्सिंग के विद्यार्थियों के ज्ञान को जाना जाता है। जिसमें मरीजों की देखभाल, नर्सिंग से जुड़े प्रश्न, दवाइयां, आपात स्थित में कैसे काम करें, चिकित्सा तकनीक के बारे में प्रश्न पूछे जाते हैं। अगर उम्मीदवार सिलेक्ट हो जाता है तो मेरिट लिस्ट के आधार पर सलेक्शन होता है।
नर्सिंग ऑफिसर बनना अपने आप में एक चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है। जहां हर दिन अस्पतालों में एक नई चुनौती का सामना करना पड़ता है। इसलिए इसके लिए आपको पहले से ही मानसिक रुप से खुद को तैयार रखना होगा। योग्यता पूरी होने पर उम्मीदवार अस्पताल, एम्स, रेल अस्पताल, निजी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और विभिन्न हेल्थ मिशन प्रोग्राम में नौकरी का अवसर खोज सकते हैं।