साउंड इंजीनियरिंग में बनाना चाहते हैं करिअर? एक क्लिक में यहां जानें सबकुछ
नवभारत डेस्क: संचार और मनोरंजन का क्षेत्र हमेशा से युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। क्या आपको संगीत का शौक है और आप अपनी संगीत की क्षमता को दिखाने के लिए तकनीकी तरीका अपनाना चाहते हैं, तो ऑडियो / साउंड इंजीनियर के रूप में करिअर बनाना आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। ऑडियो इंजीनियरिंग ध्वनि, उसकी विशेषताओं और उसकी प्रकृति का तकनीकी अध्ययन है। इसको साउंड इंजीनियर के रूप में भी जाना जाता है।
ऑडियो इंजीनियरिंग की दो श्रेणियां लाइव और स्टूडियो हैं। स्टूडियो, ऑडियो इंजीनियर रिकॉर्ड किए गए ऑडियो ट्रैक को एक रोचक, शानदार ध्वनि वाले अंतिम उत्पाद में बदलने के लिए कार्य करते हैं। ये कलाकारों के संगीत को मिश्रित करने से पहले उन्हें रिकॉर्ड करने के लिए स्टूडियो का उपयोग करते हैं। लाइव ऑडियो इंजीनियर, लाइव इवेंट में यह सुनिश्चित करते हैं कि ऑडियो की गुणवत्ता अच्छी हो। इसके अलावा, आप लाइव ऑडियो इंजीनियर निगरानी जैसे कार्य में भी शामिल हो सकते हैं।
आप लाइव, मिक्सिंग और मल्टीमीडिया साउंड इंजीनियर, म्यूजिक प्रोड्यूसर, साउंड डिजाइनर, रिकॉर्डिंग इंजीनियर के रूप में करिअर की शुरुआत कर सकते हैं। साउंड इंजीनियरिंग अधिक मांग वाली नौकरी है। इसलिए इसमें उच्च वेतन मिलने की संभावनाएं होती हैं, जो शुरुआती स्तर पर औसतन पांच लाख रुपये हो सकता है।
ऑडियो इंजीनियरिंग एक विस्तृत क्षेत्र है। इसकी कई अलग-अलग शाखाएं होती हैं, इसलिए सबसे पहले अपनी रुचि के अनुसार कोर्स का चयन करें। इस क्षेत्र में करिअर बनाने के लिए आप डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। आप एसोसिएट या स्नातक डिग्री में भी दाखिला ले सकते हैं। एसोसिएट डिग्री में दो साल, जबकि स्नातक डिग्री में चार साल का समय लगता है। आप बिना डिग्री ऑडियो पोस्ट-सेकेंडरी जैसे गैर-डिग्री प्रोग्राम में शामिल होकर भी ऑडियो इंजीनियर बन सकते हैं। इस प्रोग्राम की अवधि कुछ महीनों से लेकर एक वर्ष तक होती है। इस तरह के प्रोग्राम के पूरा होने पर, आप डिग्री के लिए नामांकन करने या तुरंत नौकरी के लिए अवसरों की तलाश कर सकते हैं।
करियर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें!