सीबीएसई बोर्ड एग्जाम (सौ. सोशल मीडिया)
CBSE Exam New Rules: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में बैठने वाले छात्रों के लिए कुछ सख्त नियम जारी किए हैं। बोर्ड के अनुसार अब परीक्षा में छात्रों को कम से कम 75 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करनी अनिवार्य है। शैक्षणिक और उपस्थिति संबंधी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना कोई भी छात्र परीक्षा नहीं दे पाएगा।
सीबीएसई द्वारा बताया गया है कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा सिर्फ उन बच्चों के लिए है जिन्होंने नियमित रुप से स्कूल में कक्षाएं ली हैं। बोर्ड के अनुसार लगातार उपस्थित न होने से बच्चों की पढ़ाई कमजोर होती है और उनका आंतरिक मूल्यांकन भी सही तरीके से नहीं किया जा सकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार अब इंटरनल असेसमेंट बोर्ड का अनिवार्य हिस्सा बना दिया गया है।
सीबीएसई ने कहा है कि आंतरिक मूल्यांकन को दो वर्षों में करना जरूरी होगा। इस मूल्यांकन में विफल छात्रों का परिणाम घोषित नहीं किया जाएगा। वहीं, कक्षा 10 वीं और 12वीं के छात्र अधिकतम दो और एक अतिरिक्त विषय क्रमशः चुन सकते हैं। लेकिन इन विषयों में अध्ययन लगातार दो वर्षों तक करना होगा। नियमों के अनुसार छात्र केवल वही विषय चुन सकते हैं जिनके लिए स्कूल में शिक्षक, प्रयोगशाला और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हों।
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— CBSE HQ (@cbseindia29) September 15, 2025
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सीबीएसई नियमों के अनुसार कोई छात्र अतिरिक्त विषय में कंपार्टमेंट या एसेंशियल रिपीट श्रेणी में आता है तो वह प्राइवेट उम्मीदवार के रुप में फिर से परीक्षा दे सकेगा। बिना इन शर्तों को पूरा किए छात्र बोर्ड परीक्षा में अतिरिक्त विषय प्राइवेट उम्मीदवार बनकर नहीं दे सकेंगे।
सीबीएसई ने यह बदलाव साल 2026 की बोर्ड परीक्षा के लिए जारी किया है। जिससे छात्रों को और बेहतर परफॉर्मेंस का मौका मिलेगा। यह नियम छात्रों के लिए बेहतर और समान अवसर सुनिश्चित कराने के लिए किए जा रहे हैं।