फाइटर पायलट (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली: कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 26 मासूमों ने अपनी जान गंवायी थी, जिसके बाद पूरे देश में आक्रोश था। इस आतंकी हमले पर जवाबी कारवाई करते हुए इंडियन फोर्सेस ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके में ऑपरेशन सिंदूर किया। इस ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत एयरफोर्स ने दुश्मन देश के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दी है।
टारगेटेड हाई टेक मिसाइल दागकर भारत ने ये साबित कर दिया है कि इंडियन एयर फोर्स किसी भी चैलेंज का बखूबी जवाब देना जानती है। इस साहसी कदम के बाद देश के कई युवाओं में पायलट बनने का जुनून और भी ज्यादा बढ़ गया है। ऐसे में अगर आप भी जानना चाहते हैं कि फाइटर प्लेन पायलट बनने के लिए कौन सी बात जरूरी है, तो ये खबर आपके लिए काम की साबित हो सकती है।
अगर आप भी फाइटर पायलट बनना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको 10+2 में फिजिक्स और मैथमेटिक्स के साथ पढ़ाई करना जरूरी है। इसके बाद आपकी एंट्री का रास्ता आपकी योग्यता के आधार पर तय होगा। कैंडिडेट्स 12वीं पास करने के बाद यूपीएससी की एनडीए एग्जाम देकर इंडियन एयर फोर्स में शामिल हो सकते हैं। ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की ओर से आयोजित सीडीएस एग्जाम आपके लिए एक और रास्ता है।
कैंडिडेट्स एएफसीएटी यानी एयर फोर्स कॉमन एडमिशन टेस्ट यह एग्जाम जो खुद एयर फोर्स साल में 2 बार कराती है। इसके माध्यम से भी एयर फोर्स में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा एनसीसी सी सर्टिफिकेट वाले कैंडिडेट्स डायरेक्ट एनसीसी स्पेशल एंट्री से शामिल हो सकते हैं। लिखित परीक्षा पास करने के बाद सर्विस सिलेक्शन बोर्ड यानी एसएसबी द्वारा आपकी पर्सनैलिटी, निर्णय क्षमता और लीडरशिप क्वालिटी की एग्जाम ली जाती है।
एसएससी के बाद आपको मेडिकल टेस्ट पास करना होता है। फाइटर पायलट के लिए फिजिकल फिटनेस बेहद जरूरी है। साथ ही पीएबीए यानी पाइलट एप्टीट्यूट बैटरी टेस्ट के माध्यम से आपकी फ्लाइंग कैपेसिटी भी जांची जाती है।
जो कैंडिडेट्स सभी चरणों में सक्सेसफुल होते हैं, उन्हें हैदराबाद की एयर फोर्स एकेडमी में ट्रेनिंग दी जाती है। यहां बेसिक से लेकर एडवांस लेवल तक की फ्लाइंग ट्रेनिंग दी जाती है, जिसमें फाइटर जेट उड़ाने की टेक्निक सिखाई जाती है।