प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली: आज शनिवार, (21 जून) को पूरे विश्व में काफी उत्साह के साथ 11वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन लाखों लोगों के साथ आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में योग किया। इस योग दिवस ने न केवल योग के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा दिया है, बल्कि योग को एक इंडस्ट्री के रूप में विकसित कर दिया है। योग अब केवल मैट पर आसन करने तक ही सीमित नहीं है, आज यह एक बड़ा उद्योग में तब्दील हो चुका है, जहां करोड़ों रुपये का बिजनेस हो हो रहा है। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है।
भारत में योग कारोबार करीब 20 करोड़ रुपये का है। एक अनुमान के मुताबिक, ग्लोबल योग मार्केट लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का है और आने वाले पांच वर्षों में इसके बढ़कर आठ लाख करोड़ रुपये पार कर जाने का अनुमान है। EMR की रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, 2024-2032 के बीच, योग से जुड़ा ग्लोबल मार्केट में हर साल 9 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिल सकती है।
योग कारोबार में योग मैट, कपड़े, योग ट्रेनिंग और अन्य संबंधित उत्पाद और सेवाएं शामिल हैं। इसमें वेलनेस पर्यटन को भी जोड़ा गया है। साल 2022 में भारत का वेलनेस इंडस्ट्री लगभग 490 अरब डॉलर का था। योग इसमें इक महत्वपूर्ण हिस्सा है। सरकार का लक्ष्य 2025 के अंत तक वेलनेस पर्यटन को 230 अरब डॉलर तक पहुंचाने का है। योग पर्यटन इसमें बहुत मदद करेगा क्यों विदेशी योग सीखने के और योग से बीमारियों का इलाज कराने भारत में बड़ी संख्या में आते हैं।
भारत में योग की ट्रेनिंग देने वाले बहुत सारे सेंटर हैं। उत्तराखंड के ऋषिकेश और हरिद्वार में योग के सैकड़ों स्कूल संचालित किए जाते हैं। इन स्कूलों हर साल लाखों लोग योग सीखने के लिए आते हैं। ज्यादातर योग स्कूलों में काफी मोटी फीस चार्ज की जाती है। वहीं, योग शिक्षक ट्रेनिंग कार्यक्रम के लिए फीस के रूप में 30,0000 रुपये से लेकर 1,50,000 रुपये तक चार्ज किया जाता है। देश के अलावा विदेशों से भी लोग योग सीखने के लिए भारत का रूख कर रहे हैं। इससे भारत में खूब पैसा आता है।
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इसके साथ ही डिजिटल युग में ऑनलाइन योग प्लेटफॉर्म की संख्या में भी काफी तेजी से वृद्धि हो रही है। कुछ बड़े भारतीय और अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म के तो लाखों फॉलोअर हैं। इस माध्यम से भी काफी अच्छा खासा रेवेन्यू आता है। योग के बढ़ते प्रचार-प्रसार के साथ योग मैट, कपड़े और अन्य उत्पादों का बाजार भी काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। अब तो लगभग हर ब्रांड भी योग वियर का उत्पादन करने लगे हैं। इसके अलावा भारत में योग मैट का बाजार भी कई सौ करोड़ रुपये का है। जिस तरह से योग काफी लोकप्रिय हो रहा है, अब इससे जुड़े स्टार्टअप्स भी तेजी से सामने आ रहे हैं, जो पूरी दुनिया में धूम मचा रहे हैं।