भारतीय महिलाएं (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : आधुनिक युग में ऐसे कई क्षेत्र है, जिसमें महिलाएं पुरुषों से कई आगे निकल गई है। ऐसे में साल 2024 में एक्टिव बोरोअर्स की बढ़त के मामले में महिलाओं ने पुरुषों को पीछे छोड़ दिया है। एक क्रेडिट इंफॉर्मेंशन कंपनी की गुरूवार को जारी की गई रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है।
इंटरनेशनल विमेन्स डे से पहले आयी रिपोर्ट में सीआरआईएफ हाई मार्क ने कहा है कि महिलाओं ने लोन्स के बेहतर रिपेमेंट में भी पुरुषों से ज्यादा परफॉर्मेंस किया है। रिपोर्ट कहती है कि एक्टिव लोन वाली महिला बोरोअर्स की संख्या दिसंबर, 2024 तक 10.8 प्रतिशत बढ़कर 8.3 करोड़ तक हो गई है। ये पुरुषों के मामले में 6.5 प्रतिशत बढ़त से ज्यादा दर्ज की गई है।
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाएं कर्ज चुकाने के मामले में पुरुषों से शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। गोल्ड के बदले लिए जाने वाले लोन और टू-व्हीलर पर लोन को छोड़कर ज्यादातर लोन प्रोडक्ट्स में महिलाएं कहीं अच्छा उधार लेने का व्यवहार दिखा रही हैं। रिपोर्ट में ये कहा गया है कि जनवरी से दिसंबर 2024 के दौरान होम लोन, एग्रीकल्चर और ट्रैक्टर लोन, प्रॉपर्टी लोन, बिजनेस लोन और एजुकेशन लोन में महिलाओं के बिहेवियर में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। महिलाओं ने पुरुषों के विपरीत ड्यूरेबल कंज्यूमर लोन के मामले में भी सुधार दिखाया है।
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रिपोर्ट के अनुसार, सरकारी लोन लेंडर्स ने साल 2024 में महिलाओं को लोन देने में ज्यादा सहजता दिखायी है। साल 2024 के आखिर में महिला लोन लेंडर्स का बाकी पोर्टफोलियो 18 प्रतिशत बढ़कर 36.5 लाख करोड़ रुपये हो गया। जबकि लोन लेंडर्स की संख्या में उनकी हिस्सेदारी लगभग 24 प्रतिशत पर स्थिर रही है। रिपोर्ट कहती है कि 35 साल या उससे कम आयु की महिला बोरोअर्स लोन ऑर्गनाइजेशन की मात्रा में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी का प्रतिनिधित्व करती हैं। लोन ऑर्गनाइजेशन में महिलाओं की हिस्सेदारी 43.8 प्रतिशत हो गई है। राज्यों के लेवल पर महाराष्ट्र होम लोन, प्रॉपर्टी लोन, बिजनेस लोन, ऑटो लोन, क्रेडिट कार्ड और एजुकेशन लोन के मामले में सबसे ऊपर है।