विप्रो (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : आईटी सेक्टर की सबसे मुख्य कंपनी में से एक कंपनी विप्रो ने हाल ही में अपने तिमाही नतीजे जारी कर दिए हैं। विप्रो ने पिछले वित्त वर्ष की जनवरी से मार्च महीने की तिमाही के दौरान 25.9 प्रतिशत तक बढ़कर 3,569.6 करोड़ रुपये हो गया है। हालांकि, कंपनी ने ग्लोबल अनिश्चितताओं के चलते चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में आईटी सर्विसेज से इनकम में 3.5 प्रतिशत तक की गिरावट की उम्मीद के साथ आने वाली तिमाही के कमजोर रहने के लिए अलर्ट रखा है।
विप्रो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ और प्रबंध निदेशक यानी एमडी श्रीनि पलिया ने कहा कि ब्रॉड इकोनॉमिकल अनिश्चितता के कारण ग्राहक अलर्ट बने हुए हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विप्रो उनके साथ स्ट्रॉंग पार्टनरशिप करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जबकि उसकी नजर निरंतरता और बढ़त पर है।
पिछले कुछ हफ्तों में, अमेरिका द्वारा टैरिफ में लगातार बढ़त और कटौती के कदमों ने ग्लोबल मार्केट्स को हिलाकर रख दिया है और कई आईटी एक्सपर्ट्स को डर है कि तेज ट्रेड वॉर और अमेरिकी इकोनॉमी में संभावित मंदी के कारण आईटी फैसले लेने की प्रोसेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है या स्पेशल सेक्टर में टेक्नोलॉजी की डिमांड और खर्च में कमी आ सकती है।
कुल 280 अरब डॉलर वाली आईटी सर्विस कंपनी की कमाई का बड़ा हिस्सा अमेरिकी ग्राहकों से आता है। बुधवार को विप्रो के तिमाही आंकड़ों के ऐलान के लिए आयोजित सम्मेलन में पलिया ने स्वीकार किया कि हाल की टैरिफ घोषणाओं ने ग्लोबल अनिश्चितताओं को और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा है कि ग्लोबल इंडस्ट्री का माहौल साल के ज्यादातर समय अनिश्चित रहा और, ज़ाहिर है, हाल ही में टैरिफ घोषणाओं ने इसे और बढ़ा दिया है। भले ही टेक्नोलॉजी के नए आविष्कार की अंतर्निहित डिमांड मजबूत बनी हुई है, लेकिन हमारे ग्राहक इसे ज्यादा सावधानी से अपना रहे हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ यानी कंपनी के शेयर धारकों को देय 2,834.6 करोड़ रुपये रहा था। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी की कमाई 22,504.2 करोड़ रुपये रही, जो वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही के 22,208.3 करोड़ रुपये से 1.33 प्रतिशत की मामूली बढ़त है। पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर से दिसंबर की तुलना में कंपनी के नेट प्रॉफिट में 6.43 प्रतिशत, तो आमदनी में 0.83 प्रतिशत की बढ़त हुई है।
कंपनी ने शेयर मार्केट को दी सूचना में कहा कि पूरे वित्त वर्ष 2024-25 के लिए उसका नेट प्रॉफिट 18.9 प्रतिशत बढ़कर 13,135.4 करोड़ रुपये हो गया। हालांकि, इस अवधि में कंपनी की इनकम 0.74 प्रतिशत गिरकर 89,088.4 करोड़ रुपये रही।
बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष यानी 2025-26 की पहली यानी अप्रैल से जून तिमाही के लिए कंपनी का अनुमान है कि आईटी सर्विस बिजनेस से उसका रेवेन्यू लगभग 1.5 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत गिरकर 250.5 करोड़ डॉलर से 255.7 करोड़ डॉलर के बीच रहेगा। पलिया ने कहा है कि चूंकि कस्टमर्स ब्रॉड इकोनॉमिकल अनिश्चितता के प्रति सतर्क हैं, इसलिए हम निरंतर और लाभदायक बढ़त के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए उनके साथ स्ट्रॉंग पार्टनरशिप करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 2 बड़े सौदे हासिल किए, जिससे बड़े सौदे हासिल करने में बढ़त हुई। तिमाही के आखिर तक विप्रो के कर्मचारियों की संख्या 2,33,346 थी, जबकि पिछले साल इसी समय यह 2,32,614 थी।