मुद्रास्फीति (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : भारत में महंगाई एक गंभीर मुद्दा समस्या है। हालांकि अभी इसको लेकर एक राहतभरी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि होलसेल महंगाई दर को लेकर एक बात सामने आ रही है, जिसमें ये बताया जा रहा है कि जनवरी के महीने में महंगाई दर में कमी देखने के लिए मिल रही है। जनवरी में ये आंकड़ा 2.31 प्रतिशत रहा है। जबकि दिसंबर के महीने में ये दर 2.37 प्रतिशत हुआ करती थी। जनवरी के महीने में प्राइमरी सामानों की महंगाई दर 6.02 प्रतिशत से घटकर 4.69 प्रतिशत तक हो गई है। साथ ही फ्यू़ल और इलेक्ट्रिसिटी की होलसेल कीमतें दिसंबर के महीने में 3.79 प्रतिशत की गिरावट के मुकाबले 2.78 प्रतिशत तक कम हुई है।
मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की कीमतों में पिछले महीने में 2.51 प्रतिशत तक की बढ़त हुई है। ये दिसंबर के महीने में 2.14 प्रतिशत तक हुआ करती थी। होलसेल फूड इंफ्लेशन जनवरी के महीने में दिसंबर के 8.89 प्रतिशत से घटकर 7.47 प्रतिशत हो गई है। बिजनेस और इंडस्ट्री मंत्रालय के अनुसार, इंफ्लेशन रेट में कमी फूड प्रोडक्ट्स, फूड आइटम्स, मैन्युफैक्चरिंग, नॉन-फूड आइटम्स और कपड़े बनाने की कीमतों में बढ़ोतरी का कारण रहा है।
भारत की रिटेल इंफ्लेशन जनवरी में 5 महीने के न्यूनतम स्तर तक आ गई है। सालाना रिटेल इंफ्लेशन 4.31 प्रतिशत रही है। एक्सपर्ट्स का अनुमान 4.6 प्रतिशत से कम है और पिछले महीने के 5.22 प्रतिशत से भी नीचे थी। फूड इंफ्लेशन रेट दिसंबर के महीने 8.39 प्रतिशत से घटकर 6.02 प्रतिशत हो गई है। आरबीआई का अनुमान है कि इस फाइनेंशियल ईयर के आखिरी महंगाई 4.8 प्रतिशत रहेगी और अगले फाइनेंशियल ईयर में ये घटकर 4.2 प्रतिशत हो सकती है। केंद्रीय बैंक आरबीआई की महंगाई दर का लक्ष्य 4 प्रतिशत है। इसमें 2 प्रतिशत ऊपर-नीचे का अंतर रखा गया है।
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दिसंबर के महीने में फूड इंफ्लेशन रेट 8.39 प्रतिशत पर आ गई है। ये नवंबर 2024 में 9.04 प्रतिशत से कम है। ग्रामीण इंफ्लेशन 5.76 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो पिछले महीने में 5.95 प्रतिशत से कम है, जबकि शहरी मुद्रास्फीति में कमी आयी है। ये 4.83 प्रतिशत से 4.58 प्रतिशत हो गया है।