असंगठित सेक्टर (सौ. सोशल मीडिया )
भारत की केंद्र सरकार के द्वारा देश की जनता को आर्थिक रुप से मजबूती देने के लिए समय-समय पर तरह-तरह की योजनाएं चलायी जाती हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य लोगों को ज्यादा से ज्यादा आर्थिक रुप से मदद करना है।
इसी सिलसिले में केंद्र सरकार ने साल 2019 में प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की शुरूआत की थी। जिसमें 60 साल के ऊपर के सभी बुजुर्गों इस स्कीम के लिए पात्र होते हैं और ऐसे उम्मीदवार को केंद्र सरकार की ओर से 3,000 रुपये प्रति महीना प्राप्त होता है।
केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा साल 2019 में फरवरी महीने में लॉन्च किए गए इस स्कीम के अंतर्गत अंसगठित क्षेत्र के श्रमिकों को इसका सीधा फायदा मिल सकता है। प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ असंगठित सेक्टर के वहीं उम्मीदवार उठा सकते हैं, जिनकी उम्र 18 से 40 साल के बीच में है। इसके साथ ही, वे असंगठित सेक्टर के मजदूर है और उनकी मंथली इनकम 15,000 रुपये से भी कम हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के द्वारा ऐसी योजनाएं चलायी जा रही हैं।
हालांकि इस योजना का फायदा उठाने के लिए ये जरूरी है कि अगर जो व्यक्ति इस योजना का फायदा उठाना चाहता है, तो उसे 60 साल की उम्र के बाद ही इसका लाभ मिलेगा। साथ ही इस योजना का लाभ उठाने के लिए उसे अपनी उम्र के अनुसार योगदान भी करना होगा।
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आपको बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से भी ऐसी योजना धारकों के लिए अंशदान दिया जाता है। उदाहरण के लिए अगर आप इस योजना में हर महीने 1,000 रुपये जमा करते हैं, तो केंद्र सरकार भी इतनी ही राशि यानी 1,000 का योगदान जमा करेगी। इस स्थिति में हर महीने में आपके नाम पर 2,000 रुपये का डिपॉजिट होगा। इस स्कीम की सबसे अच्छी बात यही है इस स्कीम में एक तय़ उम्र में 3,000 रुपये से ज्यादा की राशि उन बुजुर्गों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।