भारतीय अरबपति (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : रेटिंग एजेंसी यूबीएस ने हाल ही में भारत में आने वाले 10 सालों में अरबपतियों की संख्या को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि अगले दशक में भारत में अरबपतियों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़त हो सकती है। बताया जा रहा है कि ये आंकड़े साल 2020 तक चीन के अरबपतियों की बढ़त की तरह हो सकते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तेजी से शहरीकरण, डिजिटलीकरण, मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का विस्तार और एनर्जी ट्रांसिशन की तैयारी जैसे प्रमुख कारक इस रफ्तार को आगे बढ़ा रहे हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अच्छी तरह से हो सकता है कि भारत के अरबपति उद्यमी अगले 10 वर्षों में उसी तरह बढ़ जाएँ जैसे चीन के 2020 तक के वर्षों में बढ़े थे।
हाल के आंकड़ों के अनुसार, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारतीय अरबपतियों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है, जो पिछले 10 वर्षों में अप्रैल 2024 तक 123 प्रतिशत से बढ़कर 185 हो गई है। इसी अवधि के दौरान, उनकी सामूहिक संपत्ति लगभग 3 गुना बढ़ गई है, जो 263 प्रतिशत बढ़कर 905.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय अरबपतियों की संख्या अप्रैल 2024 तक के 10 वर्षों में दोगुनी से ज्यादा यानी 123 प्रतिशत से बढ़कर 185 हो गई है। इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि फैमिली बिजनेस ने इस आर्थिक परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत में ग्लोबल लेवल पर सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध पारिवारिक स्वामित्व वाले व्यवसायों की संख्या सबसे ज्यादा है, जिनमें से कई पीढ़ियों से फल-फूल रहे हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि फैमिली बिजनेस ने अपनी भूमिका निभाई है, जिनमें से कुछ अरबपतियों के स्वामित्व में हैं।
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रिपोर्ट में भारत में 108 सार्वजनिक रूप से लिस्टेड फैमिली बिजनेस की पहचान की गई है, जो इस कैटेगरी में दुनिया भर में देश को तीसरे स्थान पर रखते हैं। ये व्यवसाय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और धन सृजन में सहायक रहे हैं। पिछले एक दशक में, रिपोर्ट के अनुसार एनएसई निफ्टी 500 इंडेक्स दोगुना से अधिक हो गया है, जो यूएस डॉलर के संदर्भ में 109 प्रतिशत बढ़ा है। यह वृद्धि अरबपति परिवारों की समृद्धि के साथ हुई है, जिनके उद्यम विभिन्न क्षेत्रों में फैले हुए हैं।
इसमें कहा गया है कि ट्रेडिशनल फैमिली समर्थित समूहों से लेकर फार्मास्यूटिकल्स, एडटेक, फिनटेक और फूड डिलीवरी में इनोवेटिव बिजनेस तक, इन उद्यमियों ने नई अर्थव्यवस्था में उभरते अवसरों का लाभ उठाया है। रिपोर्ट में कहा गया है, उनके व्यवसाय कई क्षेत्रों से आते हैं। इनमें स्थापित परिवार समर्थित समूह, साथ ही फार्मास्यूटिकल्स, एडटेक, फिनटेक और फूड डिलीवरी जैसे क्षेत्रों में नई अर्थव्यवस्था के व्यवसाय शामिल हैं। जैसा कि भारत अपनी आर्थिक उन्नति जारी रखता है, रिपोर्ट का मानना है कि आने वाले वर्षों में देश में अरबपति उद्यमियों की संख्या में और भी अधिक वृद्धि होगी।