ट्रंप टैरिफ का झटका, फोटो ( सो. सोशल मीडिया)
Trump Tariff Impact: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। अमेरिका में इम्पोर्ट होने वाले कई उत्पादों की कीमतें बढ़ गई हैं और लोगों को इनके लिए ज्यादा पैसे चुकाने पड़ रहे हैं। Adidas, Walmart, Nike जैसी बड़ी कंपनियों ने या तो अपने उत्पादों के दाम बढ़ा दिए हैं या जल्द ही बढ़ाने की तैयारी में हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ शुरुआत है, आने वाले समय में कीमतों में और इजाफा देखने को मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप ने 90 से अधिक देशों से आयात होने वाले सामान पर टैरिफ लगा दिया है। इसके चलते न केवल अंतरराष्ट्रीय ब्रांड बल्कि अमेरिकी ब्रांड भी कीमतें बढ़ाने पर मजबूर हो रहे हैं। स्पोर्ट्सवियर से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स और लग्जरी प्रोडक्ट्स तक कई सेक्टर्स में दाम बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, फास्ट फूड चेन वेंडीज की बिक्री में अनुमान से ज्यादा यानी 3-5% की गिरावट आई है, जबकि पहले सिर्फ 2% की कमी का अनुमान था। ऐसे में कंपनी अपने मेन्यू की कीमतें बढ़ा सकती है, जिसमें बर्गर भी शामिल है।
Adidas ने बताया कि अमेरिकी टैरिफ के कारण साल की दूसरी छमाही में उसकी लागत करीब 20 करोड़ यूरो (23.1 करोड़ डॉलर) बढ़ जाएगी। कंपनी ने संकेत दिया कि उसे अमेरिका में अपने उत्पादों की कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं। वहीं, Nike को अनुमान है कि टैरिफ से उसे लगभग 1 अरब डॉलर का नुकसान होगा, जिसके चलते उसने भी अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाने की घोषणा की है।
वॉलमार्ट ने भी अपने दाम बढ़ाए हैं। इसका असर ऑनलाइन ग्राहकों पर भी पड़ा है। डेटावीव के आंकड़ों के अनुसार, Amazon पर अमेरिकी खरीदारों को बेचे गए 1,400 से अधिक चीन-निर्मित उत्पादों की औसत कीमत जनवरी से मध्य जून के बीच 2.6% बढ़ी है। वहीं, CNBC की रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका के सबसे बड़े रिटेलर वॉलमार्ट ने मई से जून के बीच कुछ वस्तुओं की कीमतों में 51% तक की वृद्धि की है।
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वहीं, बर्किन बैग बनाने वाली कंपनी हर्मेस ने बताया की है कि उसने अमेरिका में टैरिफ के असर को संतुलित करने के लिए वहां पहले ही कीमतें बढ़ा दी हैं। कंपनी के अधिकारी एरिक डू हालगौट के मुताबिक, यह मूल्य वृद्धि केवल अमेरिकी बाजार के लिए होगी, क्योंकि इसका उद्देश्य वहीं लागू टैरिफ की भरपाई करना है।
इधर, ट्रंप ने टैरिफ को अपनी सफलता करार देते हुए दावा किया है कि इससे “अरबों डॉलर” अमेरिका में आ रहे हैं और यह घरेलू रोजगार व मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देगा। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर भारत ने रूस से तेल खरीदना बंद नहीं किया, तो 27 अगस्त से उस पर मौजूदा 25% टैरिफ को बढ़ाकर 50% कर दिया जाएगा।