टाटा मोटर्स (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : ऑटोमोबाइल सेक्टर की दिग्गज कंपनी के तौर पर पहचान बनाने वाली कंपनी टाटा मोटर्स के लिए एक अहम खबर सामने आयी है। बताया जा रहा है कि पेट्रोल, डीजल, सीएनजी से लेकर इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कार कंपनी टाटा मोटर्स की सेल्स में भारी गिरावट आ रही है। तकरीबन सारे मॉडल्स की सेल्स वित्त वर्ष 2024-25 में नीचे गिरी है। सिर्फ एकलौती ऐसी कार है, जिसने मार्केट में कंपनी की इज्जत बचायी है।
टाटा मोटर्स के पोर्टफोलियो में टाटा पंच से लेकर टाटा नेक्सॉन, टाटा कर्व, टाटा टिगॉर, टाटा अल्ट्रोज, टाटा टिएगो, टाटा हैरियर और टाटा सफारी जैसी हर कैटेगरी की कार है। इसके बाद भी कंपनी की सेल्स में जबरदस्त तरीके से गिरावट आयी है।
वित्त वर्ष 2024-25 में टाटा मोटर्स के क्रॉस ओवर मॉडल टाटा अल्ट्रोज की सेल 50 प्रतिशत तक नीचे गिरी है। इस दौरान इस मॉडल की मात्र 35,187 यूनिट्स की सेल्स हुई हैं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में 70,162 यूनिट थी।
ऑटोमोबाइल सेक्टर की कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सेल्स गिरने के मामले में कॉम्पैक्ट सेडान टाटा टिगॉर सबसे आगे है, जिसकी सेल्स 39 प्रतिशत तक नीचे गिरी है, ये 16,499 यूनिट रही है। जबकि 2023-24 में ये 26,921 यूनिट थी। इसी तरह टाटा हैरियर की सेल्स 23 प्रतिशत नीचे गिरकर 18,958 यूनिट रह गई है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 24,701 यूनिट थी।
टाटा की सबसे फेमस कार टाटा नेक्सॉन की सेल्स 5 प्रतिशत नीचे गिरकर 1,63,088 यूनिट पर आ गई है, ये पहले 1,71,697 यूनिट हुआ करती थी। टाटा कर्व को 2024-25 के दौरान ही लाया गया है और इसकी सेल्स 34,019 यूनिट रही है।
टाटा मोटर्स की माइक्रो एसयूवी टाटा पंच पूरे पोर्टफोलियो की इकलौती ऐसी कार रही है, जिसकी सेल्स गिरने की बजाय 16 प्रतिशत बढ़ी है। वित्त वर्ष 2024-25 में टाटा पंच की सेल्स 1,96,572 यूनिट रही है, जो 1,70,076 यूनिट रही है।
आपको बता दें कि टाटा मोटर्स पूरी तरह से स्वदेशी कार यानी मेक इन इंडिया कार बनाने के लिए जानी जाती है। भारत में पहली 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग कार टाटा नेक्सॉन बनाने का श्रेय टाटा मोटर्स कंपनी को ही जाता है।