सीईओ विशाल साल्वी (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : टेक्नोलॉजी सेक्टर की एक अहम कंपनी क्विक हील टेक्नोलॉजीज के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ विशाल साल्वी ने डेटा प्रोटेक्शन को लेकर कुछ अहम बात कही है। उन्होंने कहा है कि सेंसेटिव डेटा को प्रोटेक्टस करने के लिए क्लियर स्टैंडर्ड तय करने होगें और बिजनेस में इसकी जवाबदारी सुनिश्चित करने के लिए साइबर सिक्योरिटी सिनेरियो को आकार देने में रेग्यूलेटरी फ्रैमवर्क महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
साल्वी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में विनियामक ढांचे के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि डेटा सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा व्यवसायों व उपभोक्ताओं के बीच विश्वास को बढ़ावा देने के लिए वे आवश्यक हैं। एक कार्यक्रम से इतर साल्वी ने कहा, ‘‘ आज की परस्पर जुड़ी हुई दुनिया में (डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम) डीपीडीपी अधिनियम और वैश्विक गोपनीयता विनियम जैसे नियम डेटा संरक्षण सुनिश्चित करने तथा व्यवसायों व उपभोक्ताओं के बीच विश्वास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
साल्वी ने कहा, ‘‘ हम अगले कुछ वर्षों में नए समाधान जोड़ते हुए अपने सेवा योग्य बाजार को दोगुना करने की योजना बना रहे हैं।” उन्होंने कहा कि 3 दशक पुरानी साइबर सिक्योरिटी सोल्यूशन प्रदाता कंपनी विदेशी बाजारों में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए कई प्रमुख रणनीतियों को लागू कर रही है, जिसमें उन क्षेत्रों में विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जहां उन्नत साइबर सुरक्षा समाधानों की मांग अधिक है।
ये भी पढ़ें :- अनिल अंबानी के अच्छे दिन दूर नहीं, भूटान में काम करने का मिला कॉन्ट्रैक्ट
आईओएस और विंडोज पर 750 रुपये प्रति वर्ष की शुरुआती कीमत पर उपलब्ध है। यह ‘मेड इन इंडिया’ समाधान कई सुरक्षा सुविधाएं प्रदान करता है, जैसे धोखाधड़ी कॉल अलर्ट, बैंकिंग धोखाधड़ी अलर्ट, धोखाधड़ी ऐप डिटेक्टर, घोटाला संरक्षण, डार्क वेब मॉनिटरिंग और स्क्रीन शेयर अलर्ट आदि। पुणे में मुख्यालय वाली क्विक हील वर्तमान में 70 से अधिक देशों में काम करती है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 37 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 70.3 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)