सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडे (सौ. सोशल मीडिया )
मुंबई : मार्केट रेग्यूलेटर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय ने मंगलवार को भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी बात कही है। सेबी चीफ ने कहा है कि ग्लोबल चैलेजेंस के बाद भी भारत काफी बेहतर स्थिति में है और रिटेल इंवेस्टर्स को मार्केट में उतार-चढ़ाव के बाद लंबे समय तक मार्केट में बने रहना चाहिए। उन्होंने पीटीआई-भाषा के साथ खास बातचीत में कहा है कि टैरिफ वॉर के बाद भी भारत मजबूती से खड़ा हुआ है।
पांडेय ने देश की आर्थिक मजबूती के बारे में कहा है कि मैं सुझाव दूंगा कि ग्लोबल चैलेंजेस के बाद भी भारत काफी अच्छी स्थिति में है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें लगातार इकोनॉमिक ग्रोथ, कम राजकोषीय घाटा, संतुलित विदेशी ऋण, दोहरी बैलेंस शीट यानी बैंक फंसे कर्ज के कारण दबाव में और कंपनियां ज्यादा कर्ज के कारण से लौटाने की स्थिति में नहीं की समस्या न होना और करेंट अकाउंट का घाटे का मैनेजमेंट लायक स्तर पर होना शामिल हैं।
सेबी प्रमुख ने कहा कि देश विभिन्न द्विपक्षीय व्यापार समझौतों यानी बीटीए पर भी बातचीत कर रहा है। रिटेल इंवेस्टर्स पर मौजूदा अस्थिरता के असर के बारे में पांडेय ने माना कि ऐसे कई इंवेस्टर्स हाल ही में इस यात्रा में शामिल हुए हैं और उन्होंने पहले कोई गिरावट नहीं देखी है। उन्होंने कहा कि यह रिटेल इंवेस्टर्स के लिए सीखने का वक्त है और निवेशकों को लंबी अवधि के लिए मार्केट में बने रहने की जरूरत है।
इस साल मार्च में सेबी के चेयरमैन का पद संभालने वाले पांडेय ने कहा है कि अगर निवेशक यही स्ट्रेटेजी अपनाते हैं, तो निश्चित रूप से कम समय में घबराने के जगह बेहतर स्थिति में होंगे। उन्होंने कहा कि रिटेल इंवेस्टर्स को जागरूकता और उचित जानकारी के साथ इंवेस्ट करने की जरूरत है।
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वायदा और विकल्प कारोबार में बढ़ते इंवेस्टमेंट के बारे में पांडेय ने कहा कि शेयर मार्केट में किसी को कसीनो की तरह बर्ताव नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मोर्चे पर सेबी के उपाय कुछ हद तक असरकारक रहे हैं क्योंकि सालाना आधार पर इनमें कारोबार घटा है। हालांकि 2 साल पहले की तुलना में एक्टिविटी अभी भी ज्यादा है। पांडेय ने कहा कि रिटेल इंवेस्टर्स को बहुत ज्यादा रिटर्न के झूठे वादों से आकर्षित नहीं होना चाहिए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)