ईपीएफओ (डिजाइन फोटो )
केंद्र सरकार की ओर से देशवासियों को आर्थिक मदद देने के लिए कई सारी स्कीम्स को शुरू किया गया है। इसी में से एक स्कीम है प्रोफिडेंड फंड स्कीम। आपको बता दें कि इस स्कीम को खासतौर पर प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों को फाइनेंशियल सपोर्ट देने के लिए डिजाइन किया गया है।
आइए हम आपको जानकारी देते हैं कि कैसे प्राइवेस सेक्टर में नौकरी करने वाला व्यक्ति इस स्कीम का लाभ उठा सकता है? बताते हैं कि 25,000 सैलरी वाला व्यक्ति कैसे 1 करोड़ रुपये की मदद पा सकता है? इसका कैलकुलेशन कैसे किया जाता है?
सरकार ने अभी प्रोफिडेंड फंड पर मिलने वाले इंटरेस्ट रेट में अपडेट किया है। जिसके चलते साल 2024-245 के लिए पीएफ पर मिलने वाले सालाना इंटरेस्ट रेट को बरकरार रखा गया है। असल में अभी सरकार की ओर से कर्मचारियों को प्रोफिडेंड फंड पर सालाना 8.25 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है। जिसे सरकार ने जैसे का तैसा रखा है, उसमें किसी भी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया है। आइए हम आपको जानकारी देते हैं कि 25,000 महीने की सैलरी पर 1 करोड़ का फंड कैसे पा सकते हैं?
अगर कोई व्यक्ति आज के टाइम में 25,000 की नौकरी करने के बाद 60 साल की उम्र पूरी होने पर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा फंड बना लेगा। अगर आपको ऐसा लगता है कि ये नामुमकिन है या ये कोई सपना है, तो आपको बता दें कि ये हकीकत है। अगर आपकी उम्र 30 साल भी है, तब भी आप आराम से 1 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं।
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यदि किसी इंसान की मासिक आय डीए को मिलाकर 25,000 रुपये है, तो उसका करोड़ पति बनने का सपना पूरा होना संभव है। अगर किसी कर्मचारी ने 30 साल की उम्र में नौकरी शुरू भी की है, तो उसका पीएफ में टोटल योगदान 12 प्रतिशत का है और उसकी सैलरी हर साल 5 प्रतिशत के अनुसार बढ़ती है और अभी भी इंटरेस्ट रेट 8.25 के अनुसार कैलकुलेट करें, तो उसे 60 साल की आयु के बाद 1,21,32,962 रुपये मिल सकते हैं। ये कैलकुलेशन वर्तमान ब्याज दर के अनुसार है। अगर ब्याज दर में बढ़त होती है, तो कर्मचारी का रिटायरमेंट फंड भी बढ़ सकता है।