(कॉन्सेप्ट फोटो)
Nvidia 5 Trillion Dollar Valuation: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक और बड़ा धमाका हुआ है। अमेरिकी चिप निर्माता कंपनी एनवीडिया ने इतिहास लिखते हुए दुनिया की पहली 5 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू वाली कंपनी बन गई है। बुधवार को कंपनी के शेयरों में आई जबरदस्त उछाल के चलते इसका मार्केट कैप 5.13 ट्रिलियन (करीब 428 लाख करोड़) पहुंच गया। यह उपलब्धि एआई टेक्नोलॉजी के बढ़ते इस्तेमाल, डेटा सेंटर्स में निवेश और चीन बाजार तक पहुंच की उम्मीदों के चलते संभव हुई है।
सिर्फ दो दिनों में Nvidia के शेयरों में करीब 10 फीसदी से ज्यादा की उछाल रिकार्ड की गई। मंगलवार को कंपनी के स्टॉक में 5 प्रतिशत की तेजी आई थी, जिससे इसका मार्केट कैप 200 अरब डॉलर बढ़ा था। बुधवार को एक और 5 प्रतिशत की बढ़त के साथ कंपनी ने $5 ट्रिलियन का आंकड़ा छू लिया। यह माइलस्टोन Nvidia ने सिर्फ तीन महीने पहले $4 ट्रिलियन वैल्यू पार करने के बाद हासिल किया है।
OpenAI के ChatGPT लॉन्च होने के बाद से AI चिप्स की डिमांड में विस्फोटक बढ़ोतरी हुई है, Nvidia इस रेस में सबसे बड़ा विजेता बनकर उभरा है। कंपनी के CEO जेन्सन हुआंग (Jensen Huang) ने बताया कि Nvidia ने पहले से ही 500 अरब डॉलर (करीब 43 लाख करोड़ रुपये) के ऑर्डर बुक कर लिए हैं, जो अगले पांच क्वार्टर्स (डेढ़ साल) में पूरे होंगे। हुआंग ने कहा कि शायद हम इतिहास की पहली टेक कंपनी हैं जिसके पास आधे ट्रिलियन डॉलर की कमाई का साफ विजन है।
हालांकि, अमेरिकी निर्यात नियंत्रण (Export Controls) के चलते Nvidia की नई Blackwell GPU चिप्स फिलहाल चीन में उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन अब उम्मीद जगी है कि कंपनी को फिर से वहां एंट्री मिल सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि वे इस हफ्ते चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात में Nvidia की Blackwell चिप पर चर्चा करेंगे. अगर दोनों देशों में कोई समझौता होता है, तो Nvidia को अरबों डॉलर के राजस्व वाला चीन बाजार दोबारा मिल सकता है.
सिर्फ तीन साल पहले, ChatGPT के आने से पहले, Nvidia की वैल्यू सिर्फ $400 अरब थी। 2023 के बाद से कंपनी के शेयरों ने रॉकेट की तरह उड़ान भरी। सिर्फ छह महीनों में इसके शेयर 85% से ज्यादा बढ़े हैं।
भले ही Nvidia की रफ्तार ऐतिहासिक हो, लेकिन अमेरिका-चीन तनाव कंपनी के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। वॉशिंगटन ने इस साल चीन को हाई-एंड AI चिप्स की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे Nvidia को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ। उधर, बीजिंग ने अमेरिकी टेक्नोलॉजी पर निर्भरता घटाने के लिए खुद के AI चिप प्रोजेक्ट्स शुरू कर दिए हैं।
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NVIDIA CEO जेन्सन हुआंग (Jensen Huang) 62 साल के हैं और आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन इनका सफर कड़ी मेहनत और संघर्ष की मिसाल है, जिसके चलते आज उनकी कंपनी बुलंदियों पर पहुंची है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हुआंग अपने शुरुआती दिनों में ‘वेटर’ का काम किया, तो रेस्टोरेंट में बर्तन भी धोए थे।