एलआईसी (सौजन्य : सोशल मीडिया)
नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने अपना योगदान बढ़ाने की योजना बनायी है। दरअसल, बीमा कंपनी एलआईसी ने बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। इस बात की सूचना कंपनी ने एक फाइलिंग में एक्सचेंज को दी है।
आपको बता दें कि शनिवार को एक आधिकारिक बयान में, LIC ने घोषणा की कि उसने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट यानी क्यूआईपी के बाद बैंक में अपनी हिस्सेदारी 4.05 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.10 प्रतिशत कर दी है। एलआईसी ने अपने बयान में कहा है कि भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र में अपनी हिस्सेदारी 4.05 प्रतिशत से बढ़ाकर 7.10 प्रतिशत कर दी गई है।
बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र द्वारा जारी QIP के हिस्से के रूप में LIC को 25.96 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किए जाने के बाद हिस्सेदारी में यह वृद्धि हुई है। इस आवंटन से पहले, LIC के पास बैंक में 4.05 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। नए शेयरों के साथ, एलआईसी के पास अब 7.10 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जो इसके स्वामित्व में उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है।
यह आवंटन भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी (सूचीबद्धता दायित्व और प्रकटीकरण आवश्यकताएँ) विनियमन के विनियमन 30 के दिशानिर्देशों के तहत किया गया था। एलआईसी ने उल्लेख किया कि उसने जुलाई 2023 में जारी सेबी परिपत्र के तहत निर्धारित विवरणों सहित नियामक आवश्यकताओं का अनुपालन किया है, जो लिस्टेड संस्थाओं के लिए प्रकटीकरण दायित्वों को नियंत्रित करता है।
ये भी पढ़ें :- इन फेक्टरों पर निर्भर होगा शेयर बाजार, आरबीआई की ब्याज दर भी आज तय होगी
योग्य संस्थागत प्लेसमेंट, सूचीबद्ध कंपनियों के लिए संस्थागत निवेशकों को इक्विटी शेयर जारी करके पूंजी जुटाने का एक तरीका है, और यह लेनदेन बैंक ऑफ महाराष्ट्र की विकास क्षमता में एलआईसी के विश्वास को दर्शाता है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक है, और क्यूआईपी के माध्यम से पूंजी का यह निवेश इसकी बैलेंस शीट को मजबूत करने और इसकी विस्तार योजनाओं का समर्थन करने में मदद करेगा।
फाइनेंशियल ईयर 2025-26 की पहली तिमाही में बैंक ऑफ महाराष्ट्र का नेट प्रॉफिट 46.6 प्रतिशत बढ़कर 1,293 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले साल इस बैंक ने 882 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। एक नियामक बयान के अनुसार, तिमाही के लिए बैंक का कुल राजस्व बढ़कर 6,769 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वर्ष 5,417 करोड़ रुपये रहा है।