इंडिया - इंडोनेशिया (सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : इंडोनेशिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यानी केएडीआईएन के चीफ अनिंद्य बाकरी ने भारत और इंडोनेशिया के व्यापारिक संघटन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि इन दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार तकरीबन 30 अरब अमेरिकी डॉलर का है और पिछले 10 सालों में ये 4 गुना बढ़ा है। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि दोनों देशों ने मिलकर एक साथ बढ़त हासिल करेंगे और असरदार तरीके से दुनिया की सेवा करेंगे।
मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्क्रचर सेक्टर पर केंद्रित कंपनी बाकरी एंड ब्रदर्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानी सीईओ ने कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक सांस्कृतिक संबंध, व्यापार व निवेश संबंधों को गहरा करने में मददगार हैं। बाकरी व्यापार संबंधों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले इंडोनेशियाई राष्ट्रपति के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ बातचीत में कहा है कि यह संबंध अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है। व्यापार व निवेश के मामले में 30 अरब अमेरिकी डॉलर का मौजूदा व्यापार अब भी बहुत कम है। अगर सही तरीके से मैनेज किया जाए तो यह 10 साल में चार गुना हो सकता है।
बाकरी ने कहा है कि ज्यादा महत्वपूर्ण पहलू यह है कि हम दुनिया की सेवा के लिए एक साथ कैसे काम कर सकते हैं, चाहे मैन्युफैक्चरिंग, टेक्नोलॉजी, मेडिसिन, एजुकेशन या फिर एनर्जी चेंज कोई भी क्षेत्र हो। भारत और इंडोनेशिया के इस साल व्यापार व निवेश पर कार्य समूह की दूसरी बैठक और व्यापार में लंबित ड्यूटी और ड्यूटी फ्री बाधाओं के समाधान के लिए व्यापार मंत्रियों के चौथे द्विवार्षिक मंच की बैठक आयोजित करने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि इंडोनेशिया और भारत एक साथ मिलकर बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ सकते हैं और सांस्कृतिक इतिहास निश्चित रूप से इसमें मदद करता है। हम रामायण, भगवद् गीता और महाभारत की अपनी-अपनी व्याख्याओं को लेकर गर्वित महसूस करते हैं।
बाकरी ने कहा कि डिफेंस एक ऐसा क्षेत्र है जिस पर हमारे राष्ट्रपति ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें भारत उत्कृष्ट है। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत और इंडोनेशिया दोनों की रणनीतिक स्थिति को देखते हुए, मुझे आश्चर्य नहीं है कि इससे नौकरियां उत्पन्न हो सकती हैं और व्यापार में अधिक संतुलन हो सकता है। गौरतलब है कि इस बार गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि थे।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ब्रिक्स देशों के खिलाफ दिए बयानों पर बाकरी ने कहा कि ड्यूटी और ड्यूटी फ्री बाधाएं मुक्त व्यापार में अवरोध हैं। उभरती राष्ट्रीय अर्थव्यवस्थाओं के संघ ‘ब्रिक्स’ में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि राष्ट्रपति ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में हम उम्मीद करते हैं कि ब्रिक्स का सदस्य बनने का हमारा प्रयास अमेरिका के साथ हमारे भावी संबंधों में बाधा नहीं बनेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका, इंडोनेशिया के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार बना हुआ है और वह टॉप एक या 2 में शुमार है।